हाल ही में श्रीलंका और अफगानिस्तान (SL vs AFG) के बीच तीन मैचों की T20I सीरीज का समापन हुआ था। इस सीरीज के अंतिम मुकाबले में श्रीलंकाई टीम को 3 रनों से करीबी हार मिली थी। मुकाबले के अंतिम ओवर में एक नो बॉल का फैसला श्रीलंका के पक्ष में नहीं गया था और इसको लेकर कप्तान वानिन्दु हसरंगा (Wanindu Hasaranga) ने पहले मैदानी अंपायर लिंडन हन्नीबल से बहस की थी और फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी जमकर निशाना साधा था। हालाँकि, हसरंगा को अपने दुर्व्यवहार की सजा मिली और आईसीसी ने तीन डिमेरिट अंक दिए और मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया।
श्रीलंकाई कप्तान के खाते में दो डिमेरिट अंक पहले से ही थे लेकिन अब इन तीन अंकों के कारण कुल संख्या पांच हो गई। पांच डिमेरिट अंक के कारण हसरंगा को दो मैच से निलंबित किया गया है।
वानिन्दु हसरंगा को आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट के अनुच्छेद 2.13 का दोषी पाया गया है। यह अनुच्छेद एक अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान एक खिलाड़ी, खिलाड़ी सहायक कार्मिक, अंपायर या मैच रेफरी के व्यक्तिगत दुर्व्यवहार से संबंधित है।
हसरंगा के पांच डिमेरिट अंक का मतलब यह है कि उन पर या तो एक टेस्ट मैच या दो वनडे या T20I, जो भी पहले होंगे, उससे प्रतिबंधित किया जायेगा। नतीजतन, हसरंगा अगले महीने बांग्लादेश के खिलाफ श्रीलंका के पहले दो T20I मैचों में भाग नहीं ले पाएंगे।
रहमानुल्लाह गुरबाज को भी मिली सजा
आईसीसी ने अफगानिस्तान के विकेटकीपर-बल्लेबाज रहमानुलाह गुरबाज पर भी मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया है और एक डिमेरिट अंक भी दिया है, जिन्होंने सीरीज के अंतिम मुकाबले में लेवल 1 का उल्लंघन किया था। रहमानुल्लाह संहिता के अनुच्छेद 2.4 में दोषी पाए गए, जो एक अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के निर्देश को ना मानने से संबंधित है। दायें हाथ के खिलाड़ी ने अंपायर के मना करने के बावजूद मैदान पर अपने बल्ले की ग्रिप बदली थी। यह पिछले 24 महीनों में उनका दूसरा अपराध है और अब उनके खाते में दो डिमेरिट अंक हो गए हैं।