इंग्लैंड (England) दौरे पर खराब प्रदर्शन के कारण श्रीलंकाई टीम (Sri Lankan Team) की काफी आलोचना हो रही है। पूर्व श्रीलंकाई कप्तान अर्जुन रणतुंगा (Arjuna Ranatunga) आलोचकों में सबसे आगे हैं। उन्होंने एक बार फिर से एक बड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि टीवी पर इस टीम के मैच देखने बंद कर देने चाहिए। इससे पहले रणतुंगा कुछ खिलाड़ियों को थप्पड़ मारने की बात भी कह चुके हैं।
रणतुंगा ने कहा कि हमें टीवी पर भी मैच देखना बंद कर देना चाहिए। इंग्लैंड दौरे के दौरान हमने जो देखा वह संचित कुप्रबंधन, भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता की परिणति है। इस खेदजनक स्थिति के लिए बोर्ड जिम्मेदार है। बोर्ड ने उन्हें एक संरक्षित जैव-सुरक्षित बुलबुले के भीतर रखने के लिए एक चार्टर्ड विमान में उड़ान पर 69 मिलियन रुपये ($345,000) खर्च किए। मैं एक ही समय में दुखी और गुस्से में हूं।
इंग्लैंड दौरा श्रीलंका के लिए रहा खराब
इंग्लैंड का दौरा श्रीलंका के लिए मैदान के बाहर भी विनाशकारी रहा। उनके तीन क्रिकेटरों कुसल मेंडिस, दनुष्का गुणथिलाका और निरोशन डिकवेला ने एकदिवसीय श्रृंखला से पहले बायो-बबल प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया। तीनों को तुरंत घर वापस बुला लिया गया और उन्हें बोर्ड की ओर से कड़ी सजा का सामना करना पड़ा।
मैदान के अंदर की बात की जाए तो वहां इस टीम ने वनडे और टी20 में कुल छह मैच खेले और पांच में हार का सामना किया। एक मैच बारिश के कारण बीच में रद्द हो गया। उसमें भी श्रीलंकाई टीम की पराजय नजर आ रही थी।
श्रीलंका को अब शिखर धवन की अगुवाई वाली टीम इंडिया का सामना 13 जुलाई से शुरू होने वाले तीन एकदिवसीय और इतने ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में करना है। खिलाड़ियों के अनुबंधों का मुद्दा अभी तक हल नहीं हुआ है, अगर खिलाड़ी सहमत नहीं होते हैं। तो शायद एक नई टीम को मैदान पर उतारा जा सकता है।