इंग्लैंड (England Cricket Team) के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship) के फॉर्मेट पर सवाल उठाए हैं। हालांकि उन्होंने इस कंपटीशन की तारीफ की है लेकिन इसके फॉर्मेट से वो खुश नहीं हैं। टीमों के बीच मुकाबलों को जिस तरह से बांटा गया है स्टुअर्ट ब्रॉड उससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं।
स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा कि पांच मैचों की एशेज सीरीज भारत और बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज के बराबर कैसे हो सकती है।
अगर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की बात करें तो इसमें हर सीरीज के लिए 120 प्वॉइंट्स निर्धारित हैं। यहां पर मैचों की संख्या मायने नहीं रखती है। हर सीरीज में 120 प्वॉइंट ही रहेंगे भले ही वो कितने मैचों की सीरीज क्यों ना हो। यही वजह है कि कई पूर्व क्रिकेटरों ने इस फॉर्मेट की आलोचना की थी।
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स्टुअर्ट ब्रॉड ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के प्वॉइंट सिस्टम पर उठाए सवाल
अब स्टुअर्ट ब्रॉड ने भी यही सवाल उठाया है। प्रेस एसोसिएशन के साथ बातचीत में उन्होंने प्वाइंट्स सिस्टम को लेकर प्रतिक्रिया दी। ब्रॉड ने कहा,
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप एक बेहतरीन कॉन्सेप्ट है। पहली बार इसका आयोजन हो रहा है लेकिन इसका प्वॉइंट सिस्टम सही नहीं है। मैं ये नहीं समझ पा रहा हूं कि पांच मैचों की एशेज सीरीज भारत और बांग्लादेश के बीच दो मैचों के टेस्ट सीरीज के बराबर कैसे हो गई। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का आइडिया तो सही है लेकिन इस पर अभी काम करने की जरुरत है।
स्टुअर्ट ब्रॉड ने ये भी माना कि इंग्लैंड की टीम जितने मुकाबले खेलती है उसे देखते हुए वर्तमान सिस्टम में उनका वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाना मुश्किल लगता है।
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