इंग्लैंड के काउंटी क्लब नॉटिंघमशायर (Nottinghamshire) ने स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) के नाम पर पवेलियन एंड का नाम रखने की घोषणा की और उन्हें सम्मान दिया। ब्रॉड ने इस साल एशेज सीरीज के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विदाई ली थी। दिग्गज तेज गेंदबाज को इंग्लैंड (England Cricket Team) और वर्ल्ड के सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ लाल गेंद वाले गेंदबाजों में से एक माना जाता है।
सम्मान के बाद ब्रॉड ने कहा कि नॉटिंघमशायर और इंग्लैंड के लिए खेलकर उनका सपना सच हुआ। इस सम्मान से वो गर्व महसूस कर रहे हैं।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ने कहा, 'जब मैं पहली बार ट्रेंट ब्रिज गया तो बच्चा होने के नाते नॉटिंघमशायर और इंग्लैंड की जर्सी पहनने का सपना देखता था। मैंने कभी नहीं सोचा था कि खेल में इतने शानदार और आनंददायी पल देखूंगा। यह सोचकर हैरान हूं कि ग्राउंड के जिस भाग से मुझे प्यार है, वहां मेरा नाम होगा।'
स्टुअर्ट ब्रॉड की इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट में विरासत बहुत ही शानदार है। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के साथ ब्रॉड की जोड़ी कमाल की साबित हुई। ब्रॉड का करियर कई कीर्तिमानों और रिकॉर्ड से भरा रहा। वह टेस्ट क्रिकेट में अपने साथी जेम्स एंडरसन के बाद, 600 विकेट लेने वाले वर्ल्ड के दूसरे तेज गेंदबाज हैं।
दाएं हाथ के गेंदबाज ने एशेज सीरीज के इतिहास में इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड बना रखा है। ब्रॉड ने एशेज सीरीज इतिहास में 153 विकेट लिए हैं।
इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, 'नॉटिंघमशायर के लिए खेलना मेरे लिए काफी मायने रखता है। मैं करियर जहाँ भी गया, ट्रेंट ब्रिज लौटने में सक्षम रहा। नॉटिंघमशायर में पैदा होने के नाते, मेरे और मेरे परिवार के लिए यह बहुत गर्व का पल है।'
स्टुअर्ट ब्रॉड के नाम पर पवेलियन के छोर का नाम रखा गया और इस तरह उनके खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गई। ब्रॉड ने संन्यास लेने के बाद कमेंट्री में हाथ आजमाया है और देखना दिलचस्प होगा कि वो आगे इसे बरकरार रखेंगे या फिर कोचिंग से जुड़ेंगे।