Subramaniam Badrinath big statement for Ravichandran Ashwin: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन में खेला गया पांच मैचों की सीरीज का तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा। इस मैच के बाद टीम इंडिया के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। अश्विन ने सीरीज के बीच में अचानक जिस तरह से संन्यास लिया है, उसके बाद से लगातार चर्चाओं का दौर जारी है। कुछ ने उनके फैसले को सही बताया है, वहीं कुछ का मानना है कि उन्हें फेयरवेल टेस्ट मिलना चाहिए था। वहीं, चेन्नई सुपर किंग्स में उनके साथ खेल चुके सुब्रमण्यम बद्रीनाथ ने अब बड़ा बयान दिया है और यह भी दावा किया है कि अश्विन के साथ सही व्यवहार नहीं किया गया और वह शानदार विदाई के हकदार थे।
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अश्विन का प्रदर्शन ज्यादा खास नहीं रहा था। वहीं पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्हें बेंच पर रखा गया और वाशिंगटन सुंदर को प्लेइंग 11 में जगह दी गई थी। इसके बाद, एडिलेड में अश्विन की वापसी हुई लेकिन तीसरे टेस्ट में उन्हें फिर से बाहर कर दिया गया। ब्रिस्बेन में रवींद्र जडेजा को मौका मिला था और उन्होंने बल्ले से शानदार अर्धशतक लगाया। इससे ये तय हो गया था कि अगले दो मैचों में भी सुंदर और जडेजा में से ही किसी एक को खेलने को मौका मिलेगा और अश्विन को बाहर ही बैठना पड़ेगा। ऐसे में अश्विन ने खुद ही सीरीज के बीच अपने इंटरनेशनल करियर पर विराम लगा दिया।
अश्विन के संन्यास को लेकर क्या बोले एस बद्रीनाथ?
स्टार स्पोर्ट्स तमिल पर बद्रीनाथ ने अश्विन के संन्यास पर हैरानी जताई, साथ ही उन्होंने कहा कि दिग्गज स्पिनर को वो सम्मान नहीं मिला, जिसके वह हकदार थे। उन्होंने कहा:
"मैं हैरान हूं। ईमानदारी से कहूं तो उनके साथ उचित व्यवहार नहीं किया गया। रोहित शर्मा ने बताया कि अश्विन पर्थ टेस्ट के बाद संन्यास लेना चाहते थे। वह तब ऐसा करना चाहते थे, जब वाशिंगटन सुंदर को उनसे पहले खिलाया गया। इससे साफ़ पता चलता है कि वह खुश नहीं थे। ईमानदारी से कहूं तो यह तमिलनाडु के क्रिकेटर के लिए बहुत बड़ी बात है। इसके कई कारण हैं। कुछ अन्य राज्यों के खिलाड़ियों को बेहतर मौके मिलते हैं। इन सभी बाधाओं के बावजूद, अश्विन ने 500 से अधिक विकेट लिए और लीजेंड बन गए। कल्पना कीजिए कि वह किस दौर से गुजरे होंग। मुझे पता है कि उन्होंने काफी कुछ चीजों का सामना किया है। कई मौकों पर उन्हें दरकिनार करने की कोशिश की गई। लेकिन हर बार, वह फीनिक्स पक्षी की तरह वापसी करने में कामयाब रहे।"
बद्रीनाथ ने आगे कहा:
"वह क्रिकेट छोड़ सकते हैं लेकिन इस तरह से नहीं करना चाहिए था। उन्हें शानदार तरीके से बाहर जाना चाहिए था, वह इसके हकदार थे। यह सही नहीं है। उन्हें ठीक से ट्रीट नहीं किया गया है। मैंने उन्हें काफी करीब से देखा है, चूंकि वह तमिलनाडु से हैं, इसलिए उन्होंने इसका सामना किया है। अगर आप मुझसे पूछेंगे कि क्या किसी अन्य राज्य के क्रिकेटर के साथ ऐसा हुआ होगा, तो मुझे ऐसा नहीं लगता। मुझे अश्विन के लिए बुरा लग रहा है।"