बीसीसीआई (BCCI) से जुड़े दिल्ली के अंपायर सुमित बंसल (Sumit Bansal) का रविवार की सुबह नई दिल्ली के अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 46 साल के सुमित के पिता एसके बंस अंतरराष्ट्रीय अंपायर थे।
2 अक्टूबर को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में तमिलनाडु और हिमाचल प्रदेश के बीच अंडर-19 वीनू मांकड ट्रॉफी का मैच खेला जा रहा था, जिसमें सुमित बंसल मैदानी अंपायर के रूप में मौजूद थे।
हिमाचल प्रदेश के बल्लेबाज ने दमदार शॉट जमाया और गेंद सुमित के चेहरे (आंख के नीचे) जाकर लगी। मैच में मौजूद बीसीसीआई अधिकारियों में से एक ने ईएसपीएनक्रिकइंफो को बताया कि सुमित को तुरंत डीडीसीए की मंजूरी वाले अस्पताल में भेज दिया गया।
अधिकारी ने बताया कि दो दिन के बाद सुमित को छुट्टी मिल गई, लेकिन चेहरे पर से उनके सूजन नहीं गई थी। अधिकारी ने याद किया, '2 अक्टूबर को मैदान से बाहर जाने के बाद दूसरे अंपायर प्रणव जोशी ने दोनों छोर से अंपायरिंग की जबकि रिजर्व अंपायर स्क्वायर लेग पर खड़े थे।'
अधिकारी ने आगे बताया, 'संमित को 4 अक्टूबर को एक मैच में अंपायरिंग करनी थी, लेकिन उन्होंने हिस्सा नहीं लिया क्योंकि उसी दिन उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी। मगर जब वो घर में थे, तब मैंने उनसे बातचीत की थी, वो बेहतर महसूस कर रहे थे।'
श्याम कुमार बंसल जाना पहचाना चेहरा
सुमित बंसल को 8 अक्टूबर को पहली बार सीने में दर्द हुआ और फिर 9 तारीख को ऐसा हुआ, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। रविवार की सुबह उनका निधन हो गया। 2006 में अपने अंपायरिंग करियर की शुरूआत करने वाले सुमित ने एक फर्स्ट क्लास मैच और 19 लिस्ट ए मैचों में हिस्सा लिया, जिसमें 2020-21 की विजय हजारे ट्रॉफी भी शामिल है।
सुमित के पिता 81 साल के श्याम कुमार बंसल 1990 के समय का जाना पहचाना चेहरा है। उन्होंने मैदानी अंपायर के रूप में सात टेस्ट (एक महिला मैच शामिल) और दो टेस्ट में टीवी अंपायर की भूमिका निभाई है। ये सभी मैच भारत में खेले गए थे। 1993 से 2000 के बीच 44 वनडे में भी उन्होंने काम किया, जिसमें से 32 वनडे में मैदानी अंपायर की भूमिका निभाई (दो महिला मैच शामिल)।