Suraj Randiv bus driver: क्रिकेट के खेल को कई देशों में काफी पसंद किया जाता है और धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता काफी बढ़ गई है। वहीं क्रिकेटर्स भी क्रिकेट के दम पर अपना हुनर दिखाने के साथ-साथ काफी ज्यादा दौलत भी कमाते हैं। क्रिकेट जगत में बहुत से खिलाड़ी ऐसे हैं जो करोड़ों के मालिक बन गये हैं। उनके पास आलीशान बंगला, लग्जरी गाड़ियां, इतना ही नहीं खुद के अपने प्राइवेट जेट भी है।
हालांकि, कुछ क्रिकेटर्स ऐसे भी हैं जिन्होंने क्रिकेट के मैदान पर अच्छा खेला लेकिन कम समय में ही गुमनाम हो गए। इसी कड़ी में जो श्रीलंका के पूर्व ऑफ स्पिनर सूरज रणदीव के बारें में बताएंगे जो अपने करियर में सफल रहे लेकिन आज जीविका चलाने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ रहा है।
कम उम्र में चर्चा बटोरी
सूरज रणदीव ने श्रीलंका में कम उम्र में ही बहुत लोकप्रियता हासिल कर ली थी। उनका सफल करियर रहा था। बता दें कि सूरज रणदीव ने साल 2010 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। डेब्यू करते ही सूरज रणदीव ने दांबुला वनडे में 99 रन पर खेल रहे वीरेंद्र सहवाग को नो बॉल फेंककर शतक से रोक दिया था। इस गेंद पर सहवाग ने छक्का लगाया था लेकिन नो बॉल होने के कारण उनका छक्का काउंट नहीं हुआ और वह शतक बनाने से चूक गए। सूरज ने जानबूझकर नो बॉल फेंकी थी, जिसके लिए उन्होंने बाद में माफी भी मांगी थी।
इसके बाद श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने सूरज रणदीव को एक मैच के लिए निलंबित कर दिया था, जबकि कप्तान तिलकरत्ने दिलशान पर जुर्माना लगाया गया। यह गेंदबाज 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में भी श्रीलंका टीम टीम का हिस्सा था लेकिन एक भी विकेट हासिल नहीं कर पाया था। बता दें कि सूरज ने श्रीलंका के लिए 12 टेस्ट में 43 और 31 वनडे में 36 विकेट झटके हैं।
जीविका चलाने के लिए बन गए बस ड्राइवर
सूरज ने IPL भी खेला है और साल 2011 में उन्होंने चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेला था। लेकिन क्रिकेट से अलग होने के बाद सूरज का जीवन बिल्कुल बदल गया। सूरज अपनी जीविका चलाने के ऑस्ट्रेलिया में बस ड्राइवर बन गए हैं। बता दें कि फिलहाल सूरज मेलबर्न स्थित कंपनी ट्रांसडेव में बतौर बस ड्राइवर काम कर रहे हैं।