भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) के इंदौर में अफगानिस्तान के खिलाफ दूसरे T20I मुकाबले में खेलने की संभावना है। वह काफी लम्बे समय बाद इस फॉर्मेट में भारतीय टीम का हिस्सा बने हैं। इस बीच कई जानकारों ने उनके बल्लेबाजी एप्रोच पर सवाल खड़े किये हैं लेकिन सुरेश रैना का मानना है कि कोहली को और अधिक आक्रामकता लाने की जरूरत नहीं है।
मोहाली में खेले गए पहले मुकाबले में भारत ने अफगानिस्तान के खिलाफ 6 विकेट से जीत दर्ज की थी। उस मुकाबले में विराट कोहली निजी कारणों की वजह से उपलब्ध नहीं रहे थे। हालाँकि, 14 जनवरी को दूसरे T20I के लिए वह इंदौर पहुँच चुके हैं और उनके खेलने की पूरी संभावना भी है।
Jio Cinema पर एक चर्चा के दौरान, सुरेश रैना से पूछा गया कि क्या कोहली से T20I में अधिक आक्रामक एप्रोच अपनाने की उम्मीद की जाएगी। जवाब में रैना ने कहा,
उनके पास हमेशा एक आक्रामक मानसिकता होती है, जिस तरह से वह पारी को नियंत्रित करते हैं। 20 ओवर एक बड़ा प्रारूप है। लोगों को लगता है कि यह बहुत छोटा प्रारूप है लेकिन आपको अभी भी 20 ओवर खेलने की जरूरत है। हम वेस्टइंडीज और अमेरिका में वर्ल्ड कप खेलेंगे, विकेट थोड़े चुनौतीपूर्ण होंगे। वे थोड़े स्पिन के अनुकूल और धीमे होंगे।
पूर्व खिलाड़ी ने लक्ष्य का पीछा करने में कोहली की कुशलता की प्रशंसा की और कहा कि क्रीज पर उनकी मौजूदगी टीम को बड़े टोटल तक पहुंचाने का काम करेगी। उन्होंने कहा,
भारत ने पिछले 19 में से 17 मैच लक्ष्य का पीछा करते हुए जीते हैं। जब आप पीछा करते हैं, तो आप अपने दिमाग में कैलकुलेशन करते हैं, और यही कारण है कि उन्हें चेस मास्टर कहा जाता है। वह इंटेंट दिखाएंगे लेकिन अगर विराट कोहली 20 ओवर तक भी खड़े रहते हैं तो 225-230 रन बनेंगे।
गौरतलब हो कि विराट कोहली T20I में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले और 4000 का आंकड़ा पार करने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं। उनके नाम 115 मैचों में 52.73 की औसत से 4008 रन दर्ज हैं। उनका स्ट्राइक रेट 137.96 का है। वहीं, उनके नाम एक शतक और 37 अर्धशतक भी हैं।