Challenges for new T20I captain Suryakumar Yadav: गुरुवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने श्रीलंका (SL vs IND) के खिलाफ आगामी दौरे एक लिए भारतीय टीम के स्क्वाड का ऐलान किया। टीम इंडिया को श्रीलंका के खिलाफ 3 टी20 और इतने ही मैचों की वनडे सीरीज खेलनी है। टी20 सीरीज में सूर्यकुमार यादव टीम की अगुवाई करते नजर आएंगे।
हार्दिक पांड्या ने हाल ही में उपकप्तान के तौर पर टी20 वर्ल्ड कप 2024 का ख़िताब जीता था। लेकिन उन्हें सीरीज के कप्तान नहीं बनाया गया, वो बतौर खिलाड़ी चुने गए हैं। टी20 वर्ल्ड कप के बाद रोहित शर्मा ने T20I से संन्यास की घोषणा कर दी थी।
टीम के नए हेड कोच गौतम गंभीर और रोहित स्टाइलिश बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को टी20 टीम का अगला कप्तान बनाए जाने के पक्ष में थे। कई रिपोर्ट्स के मुताबिक गंभीर ने इसके लिए पहले से ही मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर को मना लिया था। इस आर्टिकल में उन 3 चुनौतियों का जिक्र करेंगे जो टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव का इंतजार कर रही हैं।
3. सूर्यकुमार यादव को टी20 कप्तान के तौर पर अपनी योग्यता साबित करनी होगी
सूर्यकुमार यादव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कप्तानी करने का अनुभव काफी कम है। श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में अब उन्हें एक लीडर के तौर खुद को साबित करना होगा। उनकी कप्तानी में अब तक टीम इंडिया 7 टी20 मैच खेले हैं, जिसमें मेन इन ब्लू ने 5 जीते हैं। वहीं, उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज भी जीती हैं, जिसमें बल्ले से उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था।
सूर्या को 2026 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए टीम का कप्तान बनाया गया है। ऐसे में उन्हें श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में बतौर कप्तान बढ़िया शुरू करनी होगी।
2. उन्हें रोहित शर्मा की जगह लेनी होगी
रोहित शर्मा की कप्तानी में सभी खिलाड़ियों के खेलने की शैली में काफी बदलाव आया है। वह खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने और उन्हें सपोर्ट करने के लिए जाने जाते रहे हैं। सूर्यकुमार को भी रोहित की तरह टीम को साथ लेकर चलना होगा और जरूरत पड़ने पर कुछ कड़े फैसले भी लेने होंगे। हालांकि, निश्चित तौर पर उनका कप्तानी का तरीके रोहित से अलग होगा।
1. उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि कप्तानी जिम्मेदारी से उनके व्यक्तिगत प्रदर्शन पर कोई असर न पड़े
ऐसा कई बार देखा गया है कि कप्तानी की जिम्मेदारी आने से खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर असर पड़ता है। कुछ खिलाड़ी कप्तान बनने पर और बढ़िया प्रदर्शन करने लगते हैं, जबकि कुछ का बल्ला पूरी तरह से शांत हो जाता है। टीम इंडिया की कमान संभालते हुए सूर्या ने अब तक बल्ले से धमाल मचाया है। हालांकि, अब उन्हें लम्बे समय तक कप्तानी करते हुए लगातार रन भी बनाने होंगे, तभी वो एक बेहतर लीडर कहलायेंगे।