अफगानिस्तान क्रिकेट टीम (Afghanistan Cricket Team) ने कुछ ही सालों में जबरदस्त प्रगति की है और टीम छोटे प्रारूप में खतरनाक बन चुकी है। टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) में भी टीम ने श्रीलंका (Sri Lanka Cricket Team) जैसी टीम को पीछे छोड़ते हुए सीधे तौर पर प्रवेश पाया था और अपने पहले ही मैच में स्कॉटलैंड के खिलाफ एक बड़ी जीत दर्ज करते हुए अपने अभियान की शानदार शुरुआत की। स्कॉटलैंड के खिलाफ टीम के स्पिनर्स ने शानदार गेंदबाजी की और इसी को देखते हुए श्रीलंका के पूर्व दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) ने भी बड़ी प्रतिक्रिया दी है। मुरलीधरन के मुताबिक़ अगर अफगानिस्तान उसी तरह से गेंदबाजी करना जारी रखता है जैसे उसने स्कॉटलैंड के खिलाफ किया था, तो टीम मौजूदा टी 20 वर्ल्ड कप में एक बड़ा खतरा बन सकती है।
अफगानिस्तान ने स्कॉटलैंड के खिलाफ मैच में बल्लेबाजी करते हुए एक चार विकेट के नुकसान पर 190 का स्कोर बनाया और उसके बाद जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए विपक्षी टीम को 60 रन पर ढेर कर दिया। स्कॉटलैंड के दस विकेटों में नौ विकेट मुजीब उर रहमान और राशिद खान की जोड़ी ने लिए।
आईसीसी के द्वारा रिलीज में मुरलीधरन ने अफगानिस्तान के स्पिन गेंदबाजों की प्रशंसा करते हुए कहा,
मैं अफगानिस्तान के स्पिनरों से आश्चर्यचकित हूं, वे मेरे लिए अब तक देखने योग्य गेंदबाज रहे।
यह सच है कि शायद वह सबसे कमजोर टीमों में से एक के खिलाफ खेल रहे थे लेकिन जिस तरह से मुजीब उर रहमान और राशिद खान ने स्कॉटलैंड के खिलाफ गेंदबाजी की वह अविश्वसनीय था - बल्लेबाज मंत्रमुग्ध थे। अगर वे अन्य मैचों में इस तरह गेंदबाजी कर सकते हैं, तो वे एक वास्तविक खतरा हो सकते हैं।
अफगानिस्तान ने मुझे श्रीलंका टीम की याद दिला दी - मुरलीधरन
1996 में खेले गए वर्ल्ड कप में श्रीलंका ने शानदार खेल दिखाकर ट्रॉफी अपने नाम की थी और उस टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण था। मुरलीधरन का मानना है कि अफगानिस्तान की टीम भी वैसी ही है, इस टीम में भी अनुभवी बल्लेबाज तथा शानदार युवा गेंदबाज मौजूद हैं। उन्होंने कहा,
कुछ मायनों में, वे मुझे श्रीलंका की थोड़ी याद दिलाते हैं जब हमने 1996 में 50 ओवर का आईसीसी पुरुष वर्ल्ड कप जीता था। यह वास्तव में कहना जल्दबाजी होगी लेकिन अगर उनके तीन स्पिनर अच्छी गेंदबाजी करते हैं, तो कुछ भी हो सकता है।
जब मैं 1996 के बारे में सोचता हूं तो हमारे पास काफी अनुभवी बल्लेबाज और फिर कुछ अच्छे युवा गेंदबाज थे। परिस्थितियों ने हमारी मदद की, हम 1990 के दशक में घर पर बहुत मजबूत थे और हम जानते थे कि परिस्थितियों को कैसे खेलना है। यह कोई दिखावा नहीं था, हमारे पास प्रतिभा थी। यही अफगानिस्तान के बारे में है, आपके पास मोहम्मद नबी हैं जो लंबे समय से खेल रहे हैं और फिर कुछ होनहार युवा बल्लेबाज - हजरतुल्लाह ज़ज़ई और रहमानुल्ला गुरबाज़ जिन्होंने स्कॉटलैंड के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था।