रासी वान डर डुसैन (Rassie Van Der Dussen) दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम (South Africa Cricket team) की खोज बनकर उभरे हैं। एबी डीविलियर्स (AB De Villiers) के संन्यास के बाद रासी को मौका मिला और उन्होंने टीम में जगह पक्की करने में ज्यादा समय नहीं लिया। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने काफी घरेलू क्रिकेट खेला और फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई शानदार पारियां खेलकर अपनी छाप छोड़ी।
जहां वनडे और टेस्ट क्रिकेट में डुसैन ने कमाल का प्रदर्शन किया, वहीं कई लोगों का मानना था कि वो टी20 क्रिकेट के लिए उपयुक्त नहीं हैं। हालांकि, बल्लेबाज ने कुछ दमदार पारियां खेलकर आलोचकों के मुंह पर ताला लगाया।
टी20 वर्ल्ड कप 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के आखिरी लीग चरण मैच में डुसैन ने केवल 60 गेंदों में नाबाद 94 रन की उम्दा पारी खेली। इंग्लैंड के खिलाफ डुसैन की पारी देखकर भारत के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक काफी खुश हुए। उन्होंने प्रोटियाज बल्लेबाज की जमकर तारीफ की और उन्हें दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट का भविष्य बताया।
स्थिति को अच्छे से पढ़ते हैं रासी वान डर डुसैन: दिनेश कार्तिक
कार्तिक ने क्रिकबज से बातचीत में कहा, 'इस पूरे विश्व कप में मुझे रासी वान डर डुसैन की सबसे अच्छी बात यह लगी कि वह स्थिति को समझते हैं, दबाव सोखते हैं और स्थिति के हिसाब से खेलते हैं। उदाहरण के लिए जब दक्षिण अफ्रीका की टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ कम स्कोर का पीछा कर रही थी, तो उन्होंने दबाव सोखा। अपना समय लिया और टीम को जीत दिलाई। पाकिस्तान के खिलाफ अभ्यास मैच में उन्होंने शतक जमाया था।'
ध्यान दिला दें कि दक्षिण अफ्रीका के ओपनर रीजा हेंड्रिक्स केवल दो रन बनाकर आउट हो गए थे जब डुसैन क्रीज पर आए। इस पर प्रकाश डालते हुए कार्तिक ने डुसैन की तारीफ की कि उन्होंने पहले पारी को संभाला और फिर अंत में बड़े शॉट भी खेले।
कार्तिक ने कहा, 'रीजा हेंड्रिक्स जल्दी आउट हुए तो दबाव में डुसैन बल्लेबाजी करने आए। उन्होंने वहां से पारी संभाली और कुछ आकर्षक स्ट्रोक्स खेले। वह लेग साइड में बेहतरीन शॉट खेल रहे थे। दक्षिण अफ्रीका के भविष्य के लिए रासी वान डर डुसैन अच्छे बल्लेबाज हैं।'
वान डर डुसैन की पारी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को 10 रन से मात दी। हालांकि, इसके बावजूद दक्षिण अफ्रीका की टीम सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सकी। दरअसल, प्रोटियाज टीम को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए इंग्लैंड को 131 रन पर रोकने की जरूरत थी। इयोन मोर्गन के नेतृत्व वाली इंग्लैंड ने 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 179 रन बनाए थे।