पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan Cricket team) ने मंगलवार को टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2021) के सुपर 12 राउंड मैच में नामीबिया (Namibia Cricket team) के खिलाफ धीमी शुरूआत की, लेकिन आखिरी के 10 ओवरों में तेजी से रन जोड़ते 20 ओवर में 189/2 का विशाल स्कोर खड़ा किया। फिर पाकिस्तान ने नामीबिया को आसानी से मात देते हुए सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
बाबर आजम ने 49 गेंदों में सात चौकों की मदद से 70 रन बनाए। वहीं मोहम्मद रिजवान ने 50 गेंदों में नाबाद 79 रन बनाए। टूर्नामेंट में ज्यादातर देखने को मिला है कि दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने ज्यादा मुकाबले जीते हैं।
पाकिस्तान के बल्लेबाज शान मसूद का मानना है कि मंगलवार को उनकी टीम के प्रदर्शन ने दिखाया कि लक्ष्य तय करके भी मैच जीता जा सकता है।
ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत करते हुए मसूद ने कहा, '160 के ऊपर कुछ भी, पाकिस्तान का यही लक्ष्य रहा होगा। उन्होंने दूसरी टीमों के लिए भी मिसाल कायम की है। उन्होंने यह बात इंग्लैंड से सीखी है। अगर आपके हाथ में विकेट हैं और अगर आपके प्रमुख बल्लेबाजों का क्रीज पर आना बाकी है तो बाबर और रिजवान जैसे खुलकर खेलो। फिर आपको वहां जाकर पहले 6 ओवर टिकने की जरूरत नहीं है।'
इंग्लैंड ने सोमवार को जोस बटलर के शतक की बदौलत श्रीलंका को मात दी थी। इंग्लैंड को खराब शुरूआत से बटलर ने उभारा और शतक जमाकर 163/4 के स्कोर तक पहुंचाया। फिर सफलतापूर्वक लक्ष्य की रक्षा की।
शान ने बताया कि ऐसा जरूरी नहीं कि अगर टीम में अच्छे बल्लेबाज हो तो पावरप्ले में आक्रामक होकर खेलना चाहिए। कभी आप बाद में भी फायदा उठा सकते हैं। शान ने कहा, 'आपके लिए विकेट बचाकर खेलना बेहतर होगा ताकि पावरप्ले समाप्त होने के बाद फील्डिंग टीम पर दबाव बना सके। महत्वपूर्ण बात डॉट बॉल खेलना नहीं बल्कि रन दौड़ना है और यही चीज बाबर आजम व मोहम्मद रिजवान ने की।'
पाकिस्तान के लिए बाबर और रिजनवान का देर तक खेलना जरूरी: शान मसूद
बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान को अधिकांश समय तक क्रीज पर टिककर खेलते हुए देखा गया और यही दृश्य मंगलवार के मैच का भी था। दोनों बल्लेबाजों ने 14.2 ओवर में 113 रन की साझेदारी की थी। तब बाबर आजम आउट हुए थे।
शान मसूद ने कहा कि परिस्थितियों को देखते हुए यह जरूरी है कि आप विकेट नहीं गवाएं। उन्होंने कहा, 'वर्ल्ड कप स्क्वाड घोषणा से पहले पाकिस्तान के लिए यह चिंता का विषय था। उन्हें लगा कि बाबर और रिजवान बहुत देर तक खेलेंगे और इससे पावर हिटर्स या आक्रामक बल्लेबाजों को अपना प्रभाव बनाने के लिए कम गेंदें मिलेंगी। अब यहां की परिस्थितियों को देखते हुए लगता है कि इन बल्लेबाजों का देर तक खेलना बहुत जरूरी है।'