ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) के तेज गेंदबाज पैट कमिंस (Pat Cummins) का मानना है कि यूएई में आईपीएल (IPL 2021) खेलने से उनकी टीम को परिस्थितियों में ढलने में मदद मिली। ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को टी20 वर्ल्ड कप 2021 (T20 World Cup 2021) के फाइनल में न्यूजीलैंड (New Zealand Cricket team) को 8 विकेट से मात दी।
मिचेल मार्श (77*) और डेविड वॉर्नर (53) की उम्दा पारियों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम पर पहली बार टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता। ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल मैच में न्यूजीलैंड को 7 गेंदें शेष रहते 8 विकेट से मात दी।
मैच के बाद पैट कमिंस ने कहा, 'बहुत उत्साहित हैं। एक बार जब हम घर पहुंचेंगे तब चीजें ठीक होंगी। हमें घर से काफी समर्थन मिला। वो रात के 1 बजे जागे और मैच देखकर हमारा समर्थन किया। यहां आईपीएल खेलना अच्छा रहा। हेजलवुड भी इस कारण परिस्थितियों में जल्दी खुद को ढाल सके।'
173 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरूआत बिगड़ गई थी। ट्रेंट बोल्ट ने तीसरे ओवर में कंगारू कप्तान आरोन फिंच (5) को डेरिल मिचेल के हाथों कैच आउट कराकर डगआउट भेज दिया था। यहां से मिचेल मार्श और डेविड वॉर्नर ने दूसरे विकेट के लिए 92 रन की साझेदारी करके ऑस्ट्रेलिया को फ्रंटफुट पर ला खड़ा किया।
वॉर्नर अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए। फिर मार्श को ग्लेन मैक्सवेल का साथ मिला और दोनों ने 66 रन की अविजित साझेदारी करके ऑस्ट्रेलिया को पहली बार टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन बनाया।
मिचेल मार्श ने कोचिंग स्टाफ का किया शुक्रिया अदा
मिचेल मार्श ने टी20 वर्ल्ड कप 2021 फाइनल में मैन ऑफ द मैच बनने के बाद कहा, 'मेरे पास कुछ कहने के लिए मानो शब्द ही नहीं हैं, पिछले छह सप्ताह हमारे लिए बतौर टीम शानदार रहे हैं। अंत में उस पल तक पहुंचे जो पूरे जीवन मेरे साथ रहेंगे। वेस्टइंडीज दौरे से मैं नंबर तीन पर बल्लेबाजी कर रहा हूं, उस दौरान मुझसे कहा गया कि आपको नंबर तीन पर बल्लेबाजी करनी है। उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश कर रहा हूं। टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी का मौका देने और विश्वास जताने के लिए मैं कोचिंग स्टाफ का और मैनेजमेंट का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। ये हम सभी के लिए बेहद यादगार पल है!'
फाइनल में पारी की शुरूआत छक्के के साथ करने के बारे में मार्श ने कहा, 'मैंने इस बारे में कुछ नहीं सोचा था। मैदान में जाकर मैं अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहता था। मार्कस स्टोइनिस से मेरी इस बारे में हमेशा चर्चा होती है कि मैदान पर जाकर अपनी उपस्थिति कैसे दर्ज करानी है और मैंने ऐसा ही किया। जीत का ये पल मेरे लिए अविश्वनीय है।'