रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने उन विशेषज्ञों की बातों पर ध्यान देना छोड़ दिया है, जो उन्हें बेहतर विकेट टेकर गेंदबाज बनने के लिए बोलते हैं।
स्कॉटलैंड (Scotland Cricket team) के खिलाफ मैच से पहले प्रेस कांफ्रेंस में भारतीय (India Cricket team) ऑफ स्पिनर ने कहा कि वो उन विशेषज्ञों के लिए सॉरी महसूस करते हैं और खेल के लिए उनकी सोच अब भी कई मायनों में पीछे है।
रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि विकेट लेना कोई बाएं हाथ का खेल नहीं है, क्रिकेट पार्टनरशिप पर ज्यादा आधारित है, जहां एक गेंदबाज डॉट बॉल के जरिये दबाव बनाता है और दूसरा विकेट लेता है।
अश्विन ने कहा, 'कई लोग जो इस खेल की चिंता करते हैं और खेल पर अपने विशेष विचार प्रकट करते हैं, मुझे कभी उनके लिए सॉरी महसूस होता है। मेरा मानना है कि कई मायनों में खेल के प्रति उनकी सोच अब भी पुरानी है। मेरे लिए, जब आप एक गेंदबाज को बुलाते हैं और कहते हैं कि उसे विकेट लेने होंगे तो ज्यादातर यह बात लेंथ की होती है। अधिकांश विकेट लेने की इस बात को ऐसे समझा जाता है कि यह बस हो जाता है। ऐसा नहीं है। प्रत्येक विकेट के लिए एक गेंदबाज को ओवर करना होता है, जो पहले या बाद में दबाव बनाते हैं। तो हमें समझने की जरूरत है कि एक ओवर में विकेट गिरता है, वो डॉट बॉल का असर है।'
रविचंद्रन अश्विन ने साथ ही कहा कि वो विकेट के लिए जा सकते हैं, लेकिन उनके लिए टीम के हित में छोटे अंतर ज्यादा महत्वपूर्ण हैं।
अश्विन ने कहा, 'मैं खाली गेंदें और किफायती गेंदबाजी की अपनी जिम्मेदारी को नहीं छोड़ सकता। मगर इस प्रक्रिया के दौरान अगर मुझे विकेट मिलते हैं, तो मुझे विकेट मिलेंगे। मुझे टीम का हित भी ध्यान में रखने की जरूरत है और उस विशेष गेंद पर टीम को मुझसे क्या उम्मीद है। मेरे लिए विकेट लेने के लिए गेंद को ऊपर डालना आसान है। मगर ध्यान रहे कि प्रत्येक टी20 मैच दो रन या एक गेंद या दो गेंद के अंतर से जीता जाता है। तो हर बार मुझे वो बात ध्यान रखने की जरूरत होती है।'
रविचंद्रन अश्विन ने पूर्व क्रिकेटर जैसे संजय मांजरेकर पर निशाना साधा है, जिन्होंने उन्हें आईपीएल के दौरान रन-कंटेनिंग स्पिनर करार दिया थ।
मगर रविचंद्रन अश्विन ने चार साल बाद टी20 इंटरनेशनल मैच में जबरदस्त वापसी की और अफगानिस्तान के खिलाफ दो विकेट लिए।
मेरे नए मिश्रण समझना मुश्किल: रविचंद्रन अश्विन
रविचंद्रन अश्विन ने अपनी गेंदबाजी में किए नए मिश्रण के बारे में बातें की। उन्होंने कहा कि नए मिश्रण इतने छोटे हैं कि विशेषज्ञ अब भी उसके पुराने नाम कैरम बॉल और आर्म बॉल ही बुलाते हैं।
रविचंद्रन अश्विन ने कहा, 'फिंगर स्पिन की सोच बदलने की जरूरत है। मेरा मानना है कि 2017 से मैं टी20 गेंदबाज के रूप में परिपक्व हुआ हूं। मैंने ऐसी कई गेंदें डाली हैं, जिसमें अंतर इतना कम है कि लोग अब भी उसे कैरम बॉल, ऑफ स्पिन या आर्म बॉल बुलाते हैं। मैं विभिन्न एंगल और सीम पोजीशन क्रिएट करने की कोशिश कर रहा हूं। जिस गेंद पर मैंने गुलाबदीन नईब को आउट किया वो कुछ भी थी, लेकिन कैरम बॉल थी। मैंने उस पर काम किया है।'