South Africa T20 World Cup squad: वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले आगामी टी20 वर्ल्ड कप 2024 के आगाज होने में अब चंद दिन ही रह गए हैं। टूर्नामेंट में भाग लेने वाले लगभग सभी देश अपने स्क्वाड का ऐलान कर चुके हैं। इन देशों में दक्षिण अफ्रीका का भी नाम शामिल है लेकिन उनके स्क्वाड को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
दरअसल, अफ्रीका की वर्ल्ड कप टीम पर पूर्व सीएसए (CSA) अध्यक्ष और खेल मंत्री फिकिले ने सवाल उठाए हैं। इन दोनों ने अफ्रीकी टीम में दो अश्वेत खिलाड़ियों को जगह नहीं दिए जाने पर नाराजगी जताई है।
दक्षिण अफ्रीका की टी20 वर्ल्ड कप टीम पर मचा बवाल
दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के नियम के अनुसार टीम की प्लेइंग XI में 2 अफ्रीकी अश्वेत खिलाड़ी समेत 6 अश्वेत खिलाड़ी को शामिल करना जरूरी है लेकिन दक्षिण अफ्रीका के 15 सदस्यीय स्क्वाड में केवल एक ही अफ्रीकी अश्वेत खिलाड़ी कगिसो रबाडा है। वहीं लुंगी एनगिडी दूसरे अफ्रीकी अश्वेत खिलाड़ी हैं लेकिन वह रिजर्व खिलाड़ी के रूप में शामिल किए गए हैं। रबाडा के अलावा टीम के अन्य पांच अश्वेत खिलाड़ियों में रीजा हेंड्रिक्स, ब्योर्न फोर्टुइन, केशव महाराज, तबरेज शम्सी और ओटनील बार्टमैन हैं।
अफ्रीकी टीम के वर्ल्ड कप स्क्वाड पर सवाल उठाते हुए दक्षिण अफ्रीका के पूर्व खेल मंत्री और सीएसए के अध्यक्ष रह चुके फिकिले एमबालुला ने अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ‘टी20 वर्ल्ड कप के लिए केवल एक अफ्रीकी खिलाड़ी को टीम में चुना गया है। यह जाहिर तौर पर बदलाव की दिशा में उठाए जाने वाले कदम के विपरीत है और राष्ट्रीय टीम में दक्षिण अफ्रीका के लोगों का पूरी तरह से प्रतिनिधित्व नहीं है।’
वहीं सीएसए और आईसीसी के अध्यक्ष रह चुके रे माली ने अफ्रीकी टीम के चयन पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘हमने खेल में बहुत कुछ हासिल कर लिया है लेकिन हम क्रिकेट में पीछे होते जा रहे हैं। हमने आगे बढ़ने के बजाय एक कदम पीछे लिया है जिसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि आज के समय में अफ्रीकी क्रिकेट टीम में अश्वेत खिलाड़ियों की संख्या ज्यादा क्यों नहीं हो सकती है। हमने उन लोगों को धोखा दिया है जिन्होंने हमें देश के लिए एकता पर बातचीत करने के लिए कहा था।’
वहीं इस मामले पर अफ्रीकी टीम के टी20 और वनडे कोच रॉब वॉल्टर ने ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए कहा, ‘घरेलू सर्किट में चयन के लिए इतनी गहराई मौजूद नहीं है। हमें सिस्टम को आगे बढ़ाने की जरूरत है ताकि आने वाले वर्षों में और हम जब 2027 वनडे वर्ल्ड कप का आयोजन करें तो टीम थोड़ा अलग दिखे और हम नियमों का पालन कर सकें।’