दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक टीम में लौट आए हैं। श्रीलंका के खिलाफ मैच में उन्होंने ब्लैक लाइव्स मैटर मूवमेंट में भी हिस्सा लिया। डी कॉक ने इसे सपोर्ट करने के लिए टीम के अन्य खिलाड़ियों के साथ घुटना टिकाया। इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच से पहले उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया था। इसके बाद वह प्लेइंग इलेवन का हिस्सा भी नहीं थे। मामले पर दक्षिण अफ्रीका बोर्ड ने संज्ञान भी लेने के बारे में कहा था।
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने सपोर्ट स्टाफ सहित प्रोटियाज टीम के प्रत्येक सदस्य को नस्लीय समानता की ओर इशारा करने के लिए कहा था, लेकिन डी कॉक इसके पक्ष में नहीं थे और उन्होंने बाहर निकलने का फैसला किया। वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच से पहले ऐसा हुआ था। इस मैच से एक दिन पहले क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने सभी खिलाड़ियों को निर्देश देते हुए कहा था कि ब्लैक लाइव्स मैटर अभियान में सभी को हिस्सा लेना है और यह अनिवार्य है। डी कॉक के मना करने के बाद उनके ऊपर कार्रवाई करने तक का निर्णय बोर्ड ने लिया था।
बाद में क्विंटन डी कॉक ने माफी मांगी और देश और विदेश में आलोचना के बाद नस्लवाद विरोधी अभियान का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हुए। डी कॉक को हेनरिक क्लासेन की जगह टीम में शामिल किया गया। श्रीलंका के खिलाफ मैच में दक्षिण अफ्रीका ने यह एकमात्र बदलाव किया। टेम्बा बवुमा ने टॉस पर कहा कि कुछ दिनों पहले हम जैसे थे, एक टीम के रूप में उससे ज्यादा बेहतर महसूस कर रहे हैं।
क्विंटन डी कॉक ने अपनी टीम के अन्य खिलाड़ियों के साथ मिलकर घुटना टिकाते हुए अभियान का का समर्थन किया। ऐसा करने से पहले उन्होंने अपने सिर पर लगी कैप भी उतारी। पिछली बार ऐसा नहीं किया था जिसे उनका व्यक्तिगत फैसला बताया गया था।