क्रिकेट के तीनों फॉर्मेटों में अगर गेंदबाजों की सबसे ज्यादा पिटाई किसी फॉर्मेट में होती है तो वो है टी20। इस फॉर्मेट में हमेशा से बल्लेबाजों का दबदबा रहा है। टी20 में गेंदबाजों के करने के लिए कुछ खास नहीं होता है। लेकिन एक माहिर गेंदबाज वही होता है जो हर मैच में मिली चुनौती का सामना अपनी सूझबूझ से करे और बल्लेबाज को हर गेंद पर आसानी से बड़ा शॉट खेलने का कोई भी मौका ना दे।
टी20 फॉर्मेट में विकेट लेने से ज्यादा जरूरी रनों पर अंकुश लगाना होता है। अगर एक गेंदबाज अपने स्पेल में बिना कोई विकेट निकाले 6 की इकॉनमी रेट से भी रन देता है तो इसे एक बेहतरीन स्पेल कहा जाता है। टी20 में हर एक डॉट गेंद पर सारा दबाव बल्लेबाज और उसकी टीम पर आता है।
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इस फॉर्मेट में कई ऐसे दिग्गज गेंदबाज भी रहे हैं जिन्होनें टी20 जैसे फटाफट फॉर्मेट में अपना पूरा ओवर मेडन निकाला है। आज इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 गेंदबाजों के आंकड़ों पर नज़र डालेंगे जिन्होनें अभी तक सबसे ज्यादा मेडन ओवर फेंकने का रिकॉर्ड बनाया है।
1. जसप्रीत बुमराह
जसप्रीत बुमराह को भारतीय क्रिकेट टीम की गेंदबाजी की रीढ़ की हड्डी कहा जाता है। इस खिलाड़ी ने बहुत ही कम समय में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेटों में अपने आप को साबित करके दिखाया है। यही वजह है कि आज बुमराह विश्व के टॉप 3 गेंदबाजों में से एक हैं। अच्छी गति और स्टीक लाइन-लेंथ बुमराह की ताकत है। जिसके सामने बड़े से बड़ा बल्लेबाज भी बेबस नजर आता है।
बुमराह ने अपने टी20 अन्तर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत जनवरी 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ की थी। अपने चार साल के टी20 करियर में बुमराह अब तक 50 मुकाबले खेल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 6.66 की बेहतरीन इकॉनमी रेट से 59 विकेट अपने नाम किये हैं। बुमराह ने 50 मैचों 178.1 ओवर डाले हैं, जिसमें से 7 ओवर मेडन रहे हैं और यह एक विश्व रिकॉर्ड है।
2. नुवान कुलाशेखरा
श्रीलंकाई गेंदबाज नुवान कुलाशेखरा टी20 अन्तर्राष्ट्रीय में सबसे ज्यादा मेडन ओवर डालने वाले दूसरे गेंदबाज हैं। कुलाशेखरा ने अपने टी20 करियर का आगाज अक्टूबर 2008 में पाकिस्तान के विरुद्ध किया था, जबकि अपने करियर का आखिरी मुकाबला उन्होंने जुलाई 2017 में ज़िम्बाब्वे के खिलाफ खेला था।
अपने 9 साल के टी20 करियर में कुलाशेखरा ने 58 मैच खेले थे, जिसमें उन्होंने 7.45 की इकॉनमी रेट से 66 विकेट चटकाए। 58 मैचों में कुलाशेखरा ने 205.1 ओवर डाले थे, जिसमें से 6 ओवर मेडन रहे थे।
3. हरभजन सिंह
इस फॉर्मेट में एक स्पिनर गेंदबाज के लिए गेंदबाजी करना सबसे मुश्किल काम है। हर बल्लेबाज एक स्पिनर गेंदबाज के ओवर को बड़ा बनाने के फ़िराक में रहता है। ऐसे में एक स्पिनर गेंदबाज के लिए टी20 में 6 की 6 डॉट गेंदें फेंकना काबिले तारीफ है।
भारत के ऑफ स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह अपने 28 मैचों के टी20 करियर में 5 मेडन ओवर डाल चुके हैं। इस दौरान भज्जी ने 6.21 की इकॉनमी रेट से 25 विकेट भी हासिल किये हैं।