बांग्लादेश वनडे क्रिकेट टीम के कप्तान तमीम इकबाल (Tamim Iqbal) ने बांग्लादेश टीम को इंग्लैंड दौरा न मिलने पर खेद व्यक्त किया है। उनका कहना है कि बांग्लादेश ने वाइट बॉल क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन फिर भी उनकी टीम को इंग्लैंड दौरा करने का मौका न मिलना अन्याय है। तमीम ने कहा कि 2010 में हुए इंग्लैंड दौरे में लगाए गए वो अपने दो शतकों को जीवन भर नहीं भूल सकते।
दरअसल, बांग्लादेश ने आखिरी बार इंग्लैंड का दौरा 2010 में किया था, जहां उसे टेस्ट सीरीज में तो बुरी हार झेलनी पड़ी थी, लेकिन तीन मैचों की वनडे सीरीज में बांग्लादेश ने मेज़बानों को सीरीज जीतने के लिए तीसरे वनडे मैच तक का इंतजार करने के लिए मजबूर कर दिया था।
इंग्लैंड में लगाए हुए शतक जीवनभर याद रहेंगे - तमीम इकबाल
अब बांग्लादेश क्रिकेट टीम के शेड्यूल में मार्च 2027 तक इंग्लैंड का कोई दौरा शामिल नहीं है। इसी मुद्दे के बारे में बात करते हुए तमीम ने डेली मिरर से कहा,
"2010, अब काफी वक्त हो चुका है। इंग्लैंड में शतक बनाना आसान नहीं होता, खासतौर पर हमारी जैसी टीमों के लिए। वो यादें कुछ ऐसी हैं कि, जब मैं क्रिकेट छोड़ दूंगा तो उस पारी को अपने दिल में हमेशा याद करुंगा। वो दो शतक मुझे सच में बहुत पसंद हैं, लेकिन सबसे खास बात ये है कि आप लोगों को हमें निरंतर बुलाना (खेलने के लिए) होगा।"
तमीम ने आगे कहा,
"वह आखिरी वक्त था, जब हम वहां जाकर खेले थे। यह काफी दुर्भाग्यशाली है। बांग्लादेश अब ऐसी स्थिति में है कि, अब हमें पहले से ज्यादा ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड का दौरा करने का मौका मिलना चाहिए और मुझे नहीं पता कि ऐसा क्यों नहीं होता है। अब 13 साल हो चुके हैं और हम अभी तक दोबारा इंग्लैंड वापस नहीं गए हैं। यह काफी निराशाजनक है कि हम खासतौर पर वाइट बॉल क्रिकेट में अच्छा करने के बाद भी दोबारा इंग्लैंड दौरे पर नहीं जा पाए।"
आपको बता दें कि 2010 में बांग्लादेश के इंग्लैंड दौरे के दौरान लॉर्ड्स और ओल्ड ट्रैफर्ड में तमीम ने क्रमश: 103 और 108 रनों की शतकीय पारियां खेली थी, लेकिन मेजबान टीम ने फिर भी मेहमानों को आसानी से हरा दिया था। बांग्लादेश ने वर्ल्ड कप विजेता इंग्लैंड को हाल ही में हुई घरेलू टी-20 सीरीज में 3-0 से हराकर इतिहास रच दिया।