Team India workload management: भारतीय क्रिकेट टीम गुरुवार से लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के लिए पूरी तरह तैयार दिख रही है। इस सीरीज के दूसरे मैच में जसप्रीत बुमराह को आराम दिया गया था। टीम मैनेजमेंट ने बताया था कि उनका ध्यान वर्कलोड मैनेजमेंट पर है ताकि खिलाड़ी के चोटिल होने का खतरा कम हो सके। बुमराह टीम के काफी भरोसेमंद गेंदबाज हैं लेकिन टीम इंडिया अपने हर खिलाड़ी के वर्कलोड को अच्छे से मैनेज कर रही है। भारतीय बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर बातचीत की है और बताया है कि टीम का प्लान क्या है।
मोहम्मद सिराज ने पहले दोनों टेस्ट मैच खेले हैं और सबसे अधिक ओवर फेंकने वाले भारतीय तेज गेंदबाज हैं। सिराज की गेंदबाजी को देखकर यह साफ पता चलता है कि वह कितना जोर लगाते हैं। ऐसे में उन्हें भी सही समय पर आराम की जरूरत होगी। इसी संदर्भ में कोटक में कहा कि वर्कलोड मैनेजमेंट केवल बुमराह है के लिए ही नहीं है बल्कि यह टीम के हर खिलाड़ी के लिए है।
उन्होंने कहा, वर्कलोड मैनेजमेंट केवल बुमराह के लिए ही लागू नहीं होता है। हर गेंदबाज की फिटनेस और हर गेंदबाज की समस्या अलग होती है। हम यह नहीं कह सकते कि हम सभी लोगों के लिए एक ही चीज सोच रहे हैं और वह भी सबके लिए वही सोच रहा है। हालांकि मेरे ख्याल से पहले और दूसरे टेस्ट मैच के बीच अच्छा गैप मिल गया था।
पिछले लगभग पांच सालों में बुमराह और सिराज दोनों ही टीम इंडिया का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। इन दोनों पर ही अवे दौरों पर टीम ने सबसे अधिक भरोसा जताया है और उनसे काफी अधिक गेंदबाजी कराई है। सिराज इस अवधि में 1000 ओवर पूरे करने के करीब हैं तो वहीं बुमराह इकलौते गेंदबाज हैं जिसने 1000 से अधिक ओवर टेस्ट में कर दिए हैं। इन दोनों के अलावा किसी अन्य ने भारत के लिए 500 ओवर भी नहीं डाले हैं। इससे साफ पता चलता है कि इनके ऊपर टीम कितनी निर्भर है और ये कितना मेहनत कर रहे हैं।