IND vs NZ 3rd test Mumbai: मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड की टीमें टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच में आमने-सामने हैं। दो दिन के खेल के बाद ही ये मुकाबला काफी रोमांचक हो गया है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक न्यूजीलैंड ने 9 विकेट के नुकसान पर 171 रन बना लिए थे और उसकी बढ़त 143 रन की हो गई है। भले ये स्कोर ज्यादा बड़ा नहीं है, लेकिन इसके बावजूद मुंबई टेस्ट में टीम इंडिया के ऊपर हार का खतरा मंडराने लग रहा है।
मुंबई में चौथी पारी में 100 रन से ज्यादा का टारगेट चेज करना नहीं है आसान
वानखेड़े की इस पिच पर अब तक स्पिन गेंदबाजों का बोलबाला रहा है। न्यूजीलैंड की पहली पारी में रवींद्र जडेजा ने पंजा खोला था और वाशिंगटन सुंदर ने भी 4 विकेट झटके थे। वहीं, भारतीय टीम की पारी में एजाज पटेल 5 विकेट हॉल लेने में सफल रहे थे। न्यूजीलैंड की दूसरी पारी में भी अश्विन और जडेजा की फिरकी का जादू कायम रहा। तीसरे दिन जब टीम इंडिया मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरेगी, तो उसके लिए भी स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ बल्लेबाजी करना बिल्कुल भी आसान नहीं होगा।
वहीं, वानखेड़े स्टेडियम में 100 रन से ऊपर का टारगेट चेज करना काफी मुश्किल है। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अब तक सिर्फ एक ही टीम इस पिच पर चौथी पारी में 100 रन से ऊपर का टारगेट चेज करने में सफल हुई है और उस टीम का नाम दक्षिण अफ्रीका है।
2000 में दक्षिण अफ्रीकी टीम ने वानखेड़े की इस पिच पर चौथी पारी में 164 रन के टारगेट को सफलतापूर्व चेज किया था। वहीं, इस पिच पर चौथी पारी में दूसरा सबसे बड़ा टारगेट जो चेज हुआ है, वो 98 रन का है। इंग्लैंड की टीम ने इस कारनामे को 1980 में करके दिखाया था। भारतीय टीम ने वानखेड़े स्टेडियम में चौथी पारी में जो सबसे बड़ा टारगेट चेज किया है, वो 51 रन का है।
इस रिकॉर्ड को देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि न्यूजीलैंड 143 रन की लीड हासिल करके काफी खुश होगी। न्यूजीलैंड का अभी एक विकेट और बाकी है और तीसरे दिन उसकी कोशिश अपनी लीड को बढ़ाने की होगी। वहीं, मुंबई टेस्ट को जीतने के लिए भारतीय बल्लेबाजों को जिम्मेदारी से खेलना होगा।