Team India need to defend 107 runs: भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। इस सीरीज का पहला मैच बेंगलुरु में हो रहा है, जिसमें टीम इंडिया पर हार का खतरा मंडरा रहा है। भारतीय टीम अपनी दूसरी पारी में अच्छी स्थिति से लड़खड़ा गई और ऑल आउट हो गई। न्यूजीलैंड की 356 रन की बढ़त को समाप्त करने के बाद, भारत का स्कोर एक समय 408/3 था। लग रहा था कि टीम आसानी के साथ कम से कम 550 तक का स्कोर बना देगी और फिर शायद पारी घोषित कर न्यूजीलैंड को बल्लेबाजी का मौका देगी लेकिन नई गेंद के सामने भारतीय बल्लेबाजों की हालत खराब हो गई और टीम इंडिया की दूसरी पारी 462 पर ही समाप्त हो गई। इस तरह न्यूजीलैंड को जीत के लिए 107 का टारगेट मिला।
लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड ने चौथे दिन सिर्फ चार गेंद ही खेली, तभी बैड लाइट के कारण खेल रोक दिया गया और फिर तेज बारिश हो होने लगी। इस तरह अभी अपनी दूसरी पारी में न्यूजीलैंड ने एक रन भी नहीं बनाया है और उसके सभी विकेट शेष हैं। पांचवें दिन उसके सामने 107 रन की चुनौती है। इस टारगेट को सुनकर भारतीय फैंस यही आस लगा रहे हैं कि टीम इंडिया 2004 वाला कारनामा दोहरा दे, जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुंबई में किया था और जीत के साथ मुकाबले को खत्म करे।
मुंबई टेस्ट में भारत ने हासिल की थी जबरदस्त जीत
दरअसल, साल 2004 में जब ऑस्ट्रेलिया ने भारत का दौरा किया था, तब टीम इंडिया ने टेस्ट में अपना सबसे कम टारगेट डिफेंड करने का रिकॉर्ड बनाया था। मुंबई में खेले गए मैच में भारत ने अपनी पहली पारी में 104 रन बनाए थे, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 203 रन बनाकर 99 रन की बढ़त हासिल की थी। अपनी दूसरी पारी में टीम इंडिया 205 रन ही बना पाई और ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 107 का टारगेट मिला। लग रहा था कि कंगारू टीम के लिए आसान जीत होगी लेकिन भारतीय गेंदबाजों के सामने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए और मुकाबले को भारत ने 13 रन से अपने नाम कर लिया था। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में भारत के लिए हरभजन सिंह ने सबसे ज्यादा पांच विकेट झटके थे।
अब भारतीय फैंस जसप्रीत बुमराह एंड कंपनी से भी यही उम्मीद कर रहे हैं कि सभी गेंदबाज कहर बरपाएं और न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को ढेर करते टीम इंडिया को जबरदस्त जीत दिलाएं।