क्रिकेट में वन-डे ऐसा प्रारूप है जिसमें दर्शकों को एक ही दिन में परिणाम और मनोरंजन दोनों मिलते हैं। बल्लेबाज अपनी बेहतरीन पारियों से दर्शकों का दिल जीत लेते हैं, तो गेंदबाजी गेंद से अपना जलवा बिखेरते हैं। साल 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई बड़े टूर्नामेंट हुए और भारतीय टीम सहित अन्य टीमों ने उम्दा खेल दिखाया। टेस्ट क्रिकेट के बाद इस प्रारूप को अहम माना जाता है। व्यक्तिगत प्रदर्शन के मामले में इस वर्ष अनेक खिलाड़ी अव्वल रहे। इनमें बल्लेबाज, गेंदबाज और ऑल राउंडर शामिल है।
साल 2018 में भारत, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के अलावा बाकी टीमों ने भी बेहतर प्रदर्शन किया। इनके शानदार खेल में कुछ मुख्य खिलाड़ियों का योगदान अहम रहा है। इनको मिलाकर विश्व भर की एक वन-डे टीम बनाने पर विचार किया गया है। आपको भी इस टीम से रूबरू कराया जाएगा। इस वर्ष की श्रेष्ठ वन-डे एकादश में बल्लेबाज, गेंदबाज और ऑल राउंडर वर्ग के खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। जिन खिलाड़ियो का प्रदर्शन पूरे साल उम्दा रहा, उन्हें अंतिम ग्यारह में जगह मिली है।
लुंगी एंगिडी
दक्षिण अफ्रीका के इस खिलाड़ी ने इस वर्ष डेब्यू करने के बाद काफी उम्दा खेल दिखाया है। वन-डे क्रिकेट में एंगिडी ने फरवरी 2018 में केपटाउन में किया था। इस तेज गेंदबाज ने पहले मुकाबले से ही अपनी छाप छोड़ दी। बेहतरीन एक्शन और तेजी के साथ उछाल लेने वाली गेंदों ने बल्लेबाजों के नाक में दम कर दिया। हालांकि उन्होंने ज्यादा मुकाबले नहीं खेले लेकिन औसत और विकेट लेने के मामले में उन्होंने कम नहीं कहा जा सकता है। 22 वर्षीय तेज गेंदबाज ने 2018 में कुल 13 एकदिवसीय खेलकर 23 की औसत से 26 विकेट चटकाए। इस प्रदर्शन को मध्येनजर रखते हुए साल की श्रेष्ठ वन-डे एकादश में उनका नाम रखना जरुरी हो जाता है।
साल 2018 की श्रेष्ठ टेस्ट एकादश पर एक नजर
कुलदीप यादव, राशिद खान, मुस्ताफिजुर रहमान
कुलदीप यादव ने इस साल बेहद उम्दा स्पिन गेंदबाजी का प्रदर्शन किया है। उन्होंने 19 मैच खेलकर कुल 45 विकेट अपने नाम किये, इसमें एक बाद 5 विकेट भी झटके। इस दौरान उनका औसत भी तकरीबन 18 का रहा। स्पिन के अलावा जरुरत पड़ने पर वे बल्लेबाजी में शॉट भी खेल सकते हैं। उन्हें विशेषज्ञ स्पिनर के तौर पर शामिल किया गया है।
राशिद खान दूसरे स्पिनर के तौर पर शामिल किये गए हैं। इस वर्ष कुल 20 मैच खेलकर उन्होंने 48 विकेट झटके, औसत 15 का रहा। इस दौरान राशिद ने 2 बार पांच विकेट चटकाए। बल्लेबाजी भी वे अच्छी कर लेते हैं इसलिए उन्हें टीम में शामिल करना जरुरी हो जाता है।
मुस्ताफिजुर रहमान ने तेज गेंदबाजी विभाग में बांग्लादेश के लिए शानदार कार्य किया है। इस वर्ष उन्होंने 18 वन-डे खेलकर 22 के औसत से 29 विकेट चटकाए। उन्हें दूसरे तेज गेंदबाज के रूप में शामिल किया गया है। लुंगी एंगिडी के साथ उनका नाम शामिल है।
जॉनी बेयरस्टो, शाकिब अल हसन, इयोन मॉर्गन
जॉनी बैर्स्टो इस वर्ष बेहतरीन फॉर्म में दिखे हैं। उन्होंने हर देश के गेंदबाजों की धुनाई की है। श्रेष्ठ वन-डे एकादश में उन्हें विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर शामिल किया जाना चाहिए। इस वर्ष उन्होंने 22 वन-डे खेलकर 1025 रन बनाए हैं, इसमें 4 शतक शामिल है।
शाकिब अल हसन को एक ऑल राउंडर के तौर पर शामिल किया गया है। बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों में उन्होंने उम्दा खेल दिखाया है। इस वर्ष उन्होंने 15 मैचों में 497 रन बनाए हैं और गेंदबाजी के दौरान 27 की औसत से 21 विकेट अपने नाम किये हैं। ऑल राउंडर के लिए उनसे बेहतर इस वर्ष अन्य खिलाड़ियों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।
इयोन मॉर्गन ने कप्तानी के अलावा बल्लेबाजी में भी शानदार खेल का प्रदर्शन किया है। जिस नम्बर पर वे बल्लेबाजी करते हैं वहां 22 मैचों में 756 रन बनाए हैं। 42 के औसत से रन बनाने के अलावा वे 5 बार नाबाद भी रहे हैं। अन्य खिलाड़ियों की तुलना में उन पर ज्यादा भरोसा किया जा सकता है।
विराट कोहली, जो रूट
विराट कोहली वह नाम है जो किसी परिचय का मोहताज नहीं है। सिर्फ वन-डे ही नहीं टेस्ट क्रिकेट में भी वे अव्वल हैं। इस वर्ष उन्होंने 14 वन-डे मैचों में 1202 रन बनाए हैं, इस दौरान 6 शतक जमाए और 160 रन उच्चतम स्कोर रहा। अन्य कोई भी खिलाड़ी उनके आस-पास भी नजर नहीं आते। नम्बर तीन पर बल्लेबाजी के लिए उनका कोई विकल्प नहीं हो सकता। इसके अलावा इस साल की श्रेष्ठ एकादश का कप्तान भी विराट कोहली ही होंगे।
जो रूट ने मुश्किल समय पर इंग्लैंड के लिए संकटमोचक की भूमिका निभाई है। टेस्ट के अलावा वन-डे क्रिकेट में भी उनका प्रदर्शन लाजवाब रहता है। इस वर्ष 24 वन-डे मुकाबलों में रूट ने 3 शतक की मदद से कुल 946 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 59 का रहा। वे आठ पारियों में नाबाद लौटे। नम्बर चार पर खेलने के लिए उनसे बेहतर बल्लेबाज इस वर्ष नहीं देखा गया है।
रोहित शर्मा, शिखर धवन
शिखर धवन सफेद गेंद क्रिकेट के बादशाह माने जाते हैं। परिस्थितियां और वातावरण सब अलग नजर आता है जब बॉल का रंग सफेद हो। इस वर्ष वन-डे क्रिकेट में उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी की है। 19 मैचों में धवन ने 50 की औसत से 897 रन बनाए। सबसे अहम चीज यह रही कि इस खब्बू बल्लेबाज ने 127 चौके जड़े और इस मामले में वे पहले स्थान पर हैं। उनके बाद बाकी खिलाड़ियों का नाम आता है। ओपनर के तौर पर उनसे बेहतर बल्लेबाज अन्य नहीं हो सकता।
रोहित शर्मा इस वर्ष की श्रेष्ठ एकादश में दूसरे ओपनर बल्लेबाज के तौर पर शामिल किये गए हैं। उन्होंने विराट कोहली के बाद सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। 19 मैच में रोहित ने 1030 रन बनाए और 5 शतक जड़े। 162 रन की पारी उनका उच्चतम स्कोर रही। इस साल उन्होंने 39 छक्के जड़े, जो सबसे ज्यादा है। वे 5 बार नाबाद भी रहे हैं।