आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने ध्यान दिलाया कि अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) को न्यूजीलैंड (New Zealand Cricket team) के खिलाफ पहले टेस्ट में कप्तान बनाया गया है जबकि इंग्लैंड (England Cricket team) में खराब प्रदर्शन के कारण उनकी जगह खतरे में थी।
इंग्लैंड दौरे पर रहाणे ने चार टेस्ट में 15.57 की औसत से केवल 109 रन बनाए थे। इसमें लॉर्ड्स में खेले गए मैच की दूसरी पारी में 61 रन बने थे। इसके बाद अन्य पारियों में 20 रन के ऊपर का स्कोर नहीं बना सके थे।
रहाणे को कप्तान नियुक्त करने के बारे में विचार प्रकट करते हुए आकाश चोपड़ा ने ध्यान दिलाया कि अगर इंग्लैंड के खिलाफ पांचवां टेस्ट खेला जाता तो शायद मुंबई के बल्लेबाज को प्लेइंग 11 में मौका नहीं मिलता।
चोपड़ा ने कहा, 'आपने अजिंक्य रहाणे को कप्तान के रूप में चुना। मगर सच्चाई यह है कि अगर इंग्लैंड के खिलाफ पांचवां टेस्ट होता तो उनकी जगह पर सवाल खड़े हो रहे थे।'
चोपड़ा ने कहा कि पिछले कुछ सालों में अजिंक्य रहाणे की औसत में गिरावट आई है। उन्होंने कहा, 'मैं अजिंक्य रहाणे को बहुत पसंद करता हूं। सच बात यह है कि उनकी औसत में गिरावट होती गई है। इस बीच एक या दो पारी अच्छी रही, लेकिन पिछले दो सालों में उनकी औसत में 20 अंकों की गिरावट आई। रहाणे की औसत कभी इतनी नीचे नहीं गिरी।'
अजिंक्य रहाणे ने पिछले 15 टेस्ट में 24.76 की कम औसत से 644 रन बनाए हैं। इसका नतीजा यह रहा कि उनके करियर की टेस्ट औसत 40 के नीचे गिरकर आ गई है।
मगर इस पल, रहाणे को बनाया गया कप्तान: चोपड़ा
आकाश चोपड़ा ने ध्यान दिलाया कि अजिंक्य रहाणे की उप-कप्तानी और प्लेइंग 11 में जगह दोनों दांव पर होती अगर न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के लिए विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों उपलब्ध होते।
चोपड़ा ने समझाया, 'अगर रहाणे लॉर्ड्स में अर्धशतक नहीं जमाते। पुजारा के साथ दूसरी पारी में वो साझेदारी नहीं होती तो यह विचार का विषय होता कि आपको रहाणे का विकल्प खोजना पड़ता। अगर रोहित शर्मा उप-कप्तान होते तो रहाणे को नोटिस पर रखा जाता। मगर इस पल उन्हें कप्तान बनाया गया है।'
चोपड़ा ने कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज अजिंक्य रहाणे के करियर के लिए निर्णायक साबित हो सकती है। उन्होंने कहा, 'यह रहाणे के लिए महत्वपूर्ण सीरीज है। वो वहां कप्तान के तौर पर हैं, लेकिन उन्हें रन बनाना होंगे क्योंकि दबाव में हैं। पिछला एक साल उनके स्तर का नहीं रहा है।'
कोहली और रोहित दोनों न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में चयनकर्ताओं ने रहाणे को कप्तान बनाने का फैसला किया। हालांकि, 33 साल के रहाणे को बल्ले से उपयोगी योगदान देना पड़ेंगे ताकि दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए अपना दावा पुख्ता कर सकें।