पाकिस्तान (Pakistan) के दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज हसन अली (Hasan Ali) ने हरारे स्पोर्ट्स क्लब में दो मैचों की श्रृंखला के पहले टेस्ट में जिम्बाब्वे (Zimbabwe) के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। गेंद से उनके कारनामों ने पाकिस्तान को पारी और 116 रनों से क्लीनिकल जीत दिलाई। हसन ने दोनों पारियों में मेजबान बल्लेबाजों को पूरी तरह से परेशान करते हुए पीछे धकेल दिया। अली ने इसके बाद अपने जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि एक समय ऐसा आया जब मैंने सब कुछ खो दिया था।
हसन अली ने कहा कि एक चरण था जब मैंने लगभग सब कुछ खो दिया था। यह एक कठिन यात्रा थी। मैं लगभग दो साल तक क्रिकेट से बाहर रहा, कई चोटों से लड़ता रहा लेकिन फिट होकर वापस लौट आया। यह निराशाजनक समय था और मैं रोता था। लेकिन एक बात जो मैं कभी नहीं भूल पाया वो थी कोशिश करना और कड़ी मेहनत करना। क्योंकि मेरे हाथों में केवल यही चीज थी। आगे इस स्पीडस्टर ने जोर देकर कहा कि उसका केवल एक ही उद्देश्य था और वह था फिर से वापसी करना और राष्ट्रीय टीम के लिए फिर से बेहतर करना।
हसन अली का पूरा बयान
उन्होंने कहा कि वापसी के लिए मैंने फिटनेस पर कड़ी मेहनत की। मैंने अच्छा किया और उसी प्रदर्शन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट तक लेकर गया। यह कड़ी मेहनत थी जिसका फल मिला। गौरतलब है कि एक समय हसल अली पाकिस्तान के सबसे बेहतर गेंदबाजों में से एक थे लेकिन खराब खेल के कारण बाद में उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद हसन अली को एक बार फिर से राष्ट्रीय टीम में जगह मिली और अब वह फिर से ट्रैक पर नजर आ रहे हैं। पाकिस्तान की टीम ने जिम्बाब्वे को पहले टेस्ट में हराकर बढ़त हासिल की है। दूसरा टेस्ट 7 मई से हरारे में शुरू होगा।