इंडियन प्रीमियर लीग हमेशा से युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए क्रिकेट में करियर बनाने का एक आदर्श मंच रहा है। इस टी-20 लीग ने कई खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का मौका दिया है।
वर्तमान में आईपीएल 2019 में कुल आठ टीमें खेल रही हैं। विभिन्न खिलाड़ियों ने अतीत में अलग-अलग टीमों का प्रतिनिधित्व किया है। अपने आईपीएल प्रदर्शन के आधार पर कई खिलाड़ियों ने अपनी राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई है। इनमें ज़्यादातर तो भारतीय खिलाड़ी हैं लेकिन कुछ गिने-चुने विदेशी खिलाड़ी भी शामिल हैं।
यहाँ हम तीन विदेशी खिलाड़ियों पर एक नज़र डालेंगे जिन्होंने आईपीएल में अपने शानदार प्रदर्शन से अपना अंतर्राष्ट्रीय करियर बनाया है:
#3. किरोन पोलार्ड
किइरोन पोलार्ड का जन्म त्रिनिदाद और टोबैगो में हुआ था। सबसे पहले 2005 में, पोलार्ड को पाकिस्तान का दौरा करने वाली अंडर -19 वेस्टइंडीज टीम के लिए चुना गया था। यह श्रृंखला उनके लिए काफी अच्छी रही, जिसके बाद उन्हें श्रीलंका में 2006 में आयोजित अंडर 19 विश्व कप के लिए टीम में चुना गया जहां पोलार्ड ने खराब प्रदर्शन किया।
लेकिन इसके बाद 2009 चैंपियंस लीग टी-20 में अपने शानदार प्रदर्शन से वह लाइम-लाइट में आये। आईपीएल नीलामी में चेन्नई सुपर किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर जैसी टीमों ने उनके लिए ज़ोरदार बोली लगाई लेकिन अंततः उन्हें मुंबई इंडियंस ने खरीदा।
पोलार्ड ने अपने 10 वर्षों के आईपीएल करियर में कुल 144 आईपीएल मैच खेले हैं और अपनी 133 पारियों में उन्होंने 28.47 की औसत से कुल 2705 रन बनाए हैं जिनमें 83 उनका उच्चतम स्कोर रहा है।
वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर ने कई मौकों पर इंडियंस को अकेले दम पर जीत दिलाई है। आईपीएल में उनके शानदार प्रदर्शन के बाद, उन्हें 2010 में वेस्टइंडीज ने अपनी टी-20 टीम में शामिल किया।
आज, पोलार्ड टी-20 प्रारूप के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं और वह दुनियाभर में होने वाली विभिन्न टी-20 लीग्स का बेहद अहम हिस्सा हैं। पोलार्ड उन दो खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने 100 से अधिक एकदिवसीय मैच खेले हैं लेकिन कभी टेस्ट मैच नहीं खेला है।
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#2. सुनील नारेन
सुनील नारेन ने फरवरी 2009 में त्रिनिदाद और टोबैगो के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था।2011 में, कैरेबियाई टी-20 लीग के दौरान, नारेन ने अपना पहला टी-20 खेला। इसके बाद वह चैंपियंस लीग में अपने शानदार प्रदर्शन से लाइम-लाइट में आये।
दाएं हाथ के ऑफ-ब्रेक गेंदबाज ने 2012 के आईपीएल सीज़न से कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए अपने आईपीएल करियर की शुरुआत की। इसके बाद से वह बल्ले और गेंद दोनों के साथ केकेआर के लिए शानदार प्रदर्शन करते रहे हैं।
वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर ने अभी तक कुल 108 मैच खेले हैं और 6.66 की शानदार अर्थव्यवस्था के साथ 122 विकेट हासिल किए हैं। बल्ले के साथ, नारेन ने 17.52 की औसत के साथ 771 रन बनाए हैं जिसमें 75 उनका सर्वोच्च स्कोर रहा है।
अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए उन्होंने 50 टी-20 विकेट लिए हैं। जबकी मात्र 65 वनडे मैचों में नारेन के नाम 92 विकेट हैं, हालांकि, वह अब अपनी राष्ट्रीय टीम के नियमित सदस्य नहीं हैं और वर्ल्ड कप टीम से बाहर कर दिए गए हैं।
#1. शेन वॉटसन
शेन वॉटसन 2008 में आईपीएल के पहले सत्र में खिताब जीतने वाली राजस्थान रॉयल्स टीम का हिस्सा थे। अपने अब तक के आईपीएल करियर में उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों के साथ शानदार प्रदर्शन किया। अब तक उन्होंने आईपीएल में चार बार मैन ऑफ़ द मैच का अवॉर्ड और ऑफ़ द टूर्नामेंट का सम्मान हासिल किया है।
उनके आईपीएल प्रदर्शन के आधार पर ही , वॉटसन को ऑस्ट्रेलिया की वनडे टीम में मैथ्यू हेडन की जगह टीम में चुना गया था। आईपीएल से पहले वह ऑस्ट्रेलियाई टीम के नियमित सदस्य नहीं थे। लेकिन 2008 के सीज़न में अपने अच्छे प्रदर्शन के बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम में अपनी जगह पक्की कर ली।
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 5500 से अधिक रन बनाए, जिसमें नौ शतक शामिल हैं।इसके अलावा गेंद से भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए 31.80 की औसत से 168 वनडे विकेट लिए हैं। वॉटसन को सर्वश्रेष्ठ ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडरों में से एक माना जाता है।
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