इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज टिम ब्रेसनेन ने खुलासा किया है कि जब 2011 में ओवल टेस्ट मैच में उन्होंने सचिन तेंदुलकर को आउट किया था तो उन्हें जान से मारने की धमकी मिली थी। यही नहीं सचिन को आउट करार देने वाले अंपायर को भी धमकी मिली थी। 2011 के ओवल टेस्ट मैच में सचिन तेंदुलकर को टिम ब्रेसनेन ने 91 रन पर आउट किया था। इसकी वजह से सचिन अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का 100वां शतक पूरा नहीं कर पाए थे। सचिन के इस तरह से आउट होने के कारण भारत में फैंस काफी निराश थे। बात यहां तक पहुंच गई थी कि टिम ब्रेसनेन और सचिन को आउट देने वाले अंपायर रॉड टकर को जान से मारने तक की धमकी मिली थी।ये भी पढ़ें: उमेश यादव ने बताया, किस तरह राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण को आउट करने के बाद उनका नाम हुआयॉर्कशायर क्रिकेट के कवर्स ऑफ पोडकास्ट में टिम ब्रेसनेन ने बताया ' हम दोनों को जान से मारने की धमकी मिली थी। मुझे और अंपायर रॉड टकर को धमकी दी गई थी। ट्विटर पर रॉड टकर के घर का पता लोग लिख रहे थे और कह रहे थे कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई सचिन तेंदुलकर को आउट देने की। गेंद लेग स्टंप को मिस कर रही थी। कुछ महीने बाद जब मेरी उनसे मुलाकात हुई तो उन्होंने कहा कि मेट मुझे सिक्योरिटी गार्ड रखने पड़े। ऑस्ट्रेलिया में मुझे पुलिस प्रोटेक्शन लेनी पड़ी।10 years ago today #T20WorldCup winners in Bridgetown Barbados!! pic.twitter.com/2LvilIql7p— Tim Bresnan (@timbresnan) May 16, 2020सचिन तेंदुलकर अपने 100वें शतक से मात्र एक शतक दूर थे2011 का दौरा सचिन का आखिरी इंग्लैंड दौरा था और वो अपने 100वें अतंर्राष्ट्रीय शतक से मात्र एक शतक दूर थे। ओवल में उनके 91 रनों की पारी उस सीरीज में उनका उच्चतम स्कोर था। जब वो 91 रनों पर आउट हुए थे तो 'द गार्जियन' में खबर छपी थी कि सचिन तेंदुलकर को 100वां शतक नहीं पूरा करने दिया गया।ये भी पढ़ें: दिनेश कार्तिक की बड़ी प्रतिक्रिया, कहा खिलाड़ियों को मैच के लिए पूरी तरह से तैयार होने में कम से कम 4 हफ्ते का समय लगेगाटिम ब्रेसनेन ने कहा कि सचिन तेंदुलकर के 99 शतक पूरे हो चुके थे और उस सीरीज में कोई रेफरल सिस्टम नहीं था, क्योंकि बीसीसीआई तब रेफरल को पसंद नहीं करती थी। ब्रेसनेन ने कहा कि गेंद शायद लेग स्टंप को मिस कर रही थी और ऑस्ट्रेलियाई अंपायर रॉड टकर ने उनको आउट करार दे दिया। हमने वो सीरीज जीती थी और टेस्ट क्रिकेट में नंबर एक बने थे।