भारतीय टीम (Indian Team) के खिलाफ सिडनी टेस्ट मैच में अम्पायर के फैसले के खिलाफ निराशा जताने के कारण ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन (Tim Paine) को सजा मिली है। टिम पेन के ऊपर 15 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगाने के अलावा उन्हें एक डीमेरिट पॉइंट भी दिया गया है। सिडनी टेस्ट के तीसरे दिन हुई घटना के लिए टिम पेन को दण्डित किया गया है।
नाथन लायन की गेंद पर चेतेश्वर पुजारा के खिलाफ असफल डीआरएस को लेकर टिम पेन को मैदानी अम्पायर के साथ बहस करते हुए देखा गया था। भारतीय पारी के 56वें ओवर में नाथन लायन का मानना था कि उन्होंने पुजारा को शॉर्ट लेग पर कैच आउट कराया है। अम्पायर पॉल विल्सन ने अपील ठुकराई तब टिम पेन ने रिव्यू लिया लेकिन टीवी अम्पायर ब्रूस ऑक्शनफोर्ड ने भी माना कि बल्ले पर गेंद नहीं लगी है और बल्लेबाज नॉट आउट करार दिए गए।
टिम पेन ने जताया था विरोध
टिम पेन ने लगातार फैसले का विरोध जताते हुए अपनी शिकायत को जारी रखा था। उनकी बातों को स्टंप माइक ने भी पकड़ लिया था। आईसीसी कोड ऑफ़ कंडक्ट के आर्टिकल 2.8 के उल्लंघन का दोषी टिम पेन को पाया गया। इसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खिलाड़ी या सपोर्ट स्टाफ द्वारा अम्पायर के फैसले के प्रति विरोध जताने के लिए लागू किया जाता है।
मैच रेफरी डेविड बून ने पेन के बर्ताव के लिए उन्हें दण्डित करने के लिए यह सजा सुनाई है। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने अपनी गलती को स्वीकार कर लिया है इसलिए इस मामले में अब आगे किसी भी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं होगी। टिम पेन को कई मौकों पर अपना गुस्सा निकालते हुए देखा गया है। इसे ध्यान में रखते हुए उन्हें सजा मिली।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 407 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 2 विकेट पर 98 रन बनाए हैं। मैच में अभी एक दिन का खेल बचा हुआ है। देखना होगा कि इसमें भारतीय टीम का खेल कैसा रहता है।