ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन ने माइकल क्लार्क के उस बयान को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि 2018 टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने जानबूझकर विराट कोहली की स्लेजिंग नहीं की थी, ताकि उन्हें आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट मिल सके। टिम पेन ने कहा है कि ऐसी कोई बात नहीं थी, सभी खिलाड़ी टीम को जिताने के लिए खेल रहे थे।
ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत में टिम पेन ने कहा कि मैंने ऐसा कुछ भी नोटिस नहीं किया कि खिलाड़ी विराट कोहली के साथ जानबूझकर अच्छा व्यवहार कर रहे हैं या फिर उन्हें आउट नहीं करना चाहते थे। पेन ने कहा कि जिन भी खिलाड़ियों के हाथ में गेंद या बल्ला था, वे सभी अपनी-अपनी तरफ से ऑस्ट्रेलिया को मैच जिताने की पूरी कोशिश कर रहे थे। मुझे नहीं पता कि कौन उनके साथ अच्छा व्यवहार कर रहा था। हां हम ये जरुर चाहते थे कि कोहली को उकसाया मत जाए, क्योंकि उससे वो काफी बढ़िया खेलने लगते हैं।
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भारत को अक्टूबर 2020 से जनवरी 2021 तक ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट, वनडे और टी20 सीरीज खेलनी है। टिम पेन ने इस बारे में कहा कि अभी किसी को नहीं पता कि इस सीरीज में क्या होगा। जहां तक 2018 में हुई उस सीरीज का सवाल है तो हमने डाक्यूमेंट्री में देखा कि कुछ मैचों में थोड़ी बहुत नोंकझोंक हुई थी। मैं आईपीएल के बारे में नहीं सोच रहा था, इसलिए मेरे पास खोने को कुछ नहीं था। लेकिन जब भी हमारी टीम के खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट मैच खेलते हैं, वे अपना सबकुछ झोंक देते हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि वो जब विराट कोहली को गेंदबाजी करते हैं तो आईपीएल का कॉन्ट्रैक्ट उनके दिमाग में नहीं रहता है।
आपको बता दें कि भारत ने 2018 में ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से टेस्ट सीरीज जीती थी और ये कारनामा करने वाली एशिया की पहली टीम बनी थी। इस सीरीज के बारे में माइकल क्लार्क ने बयान देकर सबको चौंका दिया था। उन्होंने कहा था कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बहुत डरे हुए थे, कि अगर वो कोहली को स्लेज करेंगे तो उनके हाथ से आईपीएल की करोड़ों रुपए की डील निकल जाएगी।