“और तब उन्होंने कैचों को कामरान अकमल से मिलता हुआ नाम दिया, जो सामान्य तौर पर खुद कैच नहीं पकड़ते हैं ।” आईपीएल के पहले संस्करण में टोनी कोज़िअर ने कुछ इस तरह एक मैच में कैच पकड़ने की कहानी को बयान किया था। कोज़िअर को कैरेबियाई क्रिकेट का आवाज़ माना जाता था, उनकी मृत्यु 11 मई 2016 को 75 साल की उम्र में हो गयी। सन 1958 में उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बतौर क्रिकेट राइटर शुरू किया था। वह बड़े स्तर पर नहीं खेले थे, लेकिन इसके बावजूद वह वेस्टइंडीज के लिए विशेष कमेंटेटर थे। सन 1965 में पहली बार उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के वेस्टइंडीज दौरे से बतौर रेडियो कमेंटेटर अपने करियर की शुरुआत की। उसके बाद वह कैरेबियाई टीम से काफी जुड़े रहे और तकरीबन 5 दशक तक टीम के उतार-चढ़ाव को देखते आये थे। उनकी वाक्पटुता और बेहतरीन हुमर से आइलैंड का क्रिकेट कमेंट्री बॉक्स अक्सर गुंजायमान रहता था। यहाँ इस पूर्व दिग्गज क्रिकेट कमेंटेटर और राइटर के बारे में हम आपको 8 तथ्य बता रहे हैं, जो आपको जाननी चाहिए: #1 कोज़िअर ने एक बार कहा था कि उन्होंने कभी भी कमेंट्री करने के बारे में सोचा नहीं था। वह एक पैदाइशी पत्रकार थे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बतौर राइटर शुरू किया और उन्हें बाद में 1961 में बारबाडोस के दैनिक अख़बार में संपादक बना दिया गया। ऐसा उन्होंने “द इंडियन एक्सप्रेस” से बात करते हुए बताया था। #2 ये बात सर्वमान्य है कि कोज़िअर क्रिकेट के बड़े प्रारूप के अच्छे जानकार थे। वह इसे हर जगह देखने भी जाते थे। साल 2003 में विजडन ने एक रिपोर्ट में बताया कि कोज़िएर ने अपने 40 साल के करियर में 266 टेस्ट मैच कवर किये थे। #3 कोज़िअर ने कहा था कि दिग्गज बल्लेबाज़ ब्रायन लारा के साथ “प्यार और घृणा” का रिश्ता है। वह इस दिग्गज वेस्टइंडीज के कप्तान के बहुत बड़े आलोचक थे। खासकर उनके खेल के बहुत बड़े आलोचक थे। उन्होंने एक बार ये भी कहा था, “लारा विंडीज क्रिकेट के अच्छे नहीं है।” #4 ब्रिजटाउन में वह पैदा हुए थे, इसलिए बतौर कमेंटेटर, पत्रकार, हिस्टोरियन और विश्लेषक उन्हें ट्रिब्यूट देने के लिए उनके नाम पर केंसिंग्टन ओवल क्रिकेट ग्राउंड के प्रेस बॉक्स का नाम रखा गया। #5 कोज़िअर अपने क्लब बारबाडोस-कार्लटन और वांडरर्स के सलामी बल्लेबाज़ और विकेटकीपर थे। वह बारबाडोस के लिए हॉकी भी खेल चुके हैं जहाँ वह गोलकीपर थे। #6 कोज़िअर को आंकड़ों की अच्छी जानकारी थी। साल 1967 में वह अपने साथी कमेंटेटर ब्रायन जॉनस्टन के साथ मेरिलबोन क्रिकेट क्लब के दौरे पर गये थे। जहां ब्रायन ने उनसे मजाक में पूछा कि वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के गेंदबाज़ी विश्लेषण को उनके बर्थडे में बैठा सकते हैं। ब्रायन के बेटे बैरी जॉनस्टन ने अपनी किताब द विट ऑफ़ क्रिकेट में किया था। #7 1970 और 1971 के बीच उन्होंने वेस्टइंडीज क्रिकेट के सालाना रिपोर्ट को एडिट किया था। सन 1978 में उन्होंने द वेस्टइंडीज क्रिकेट: टेस्ट क्रिकेट के 50 साल पर किताब लिखा था। उन्होंने वेस्टइंडीज के दिग्गज क्रिकटरों क्लाइव लायड(लिविंग फॉर क्रिकेट) और माइकल होल्डिंग की अत्मकथ भी लिखी थी। #8 साल 2011 में एमसीसी ने उन्हें बेहतरीन कमेंटेटर और खेल की सेवा करने के लिए सम्मानित किया था। उन्हें एलीट ग्रुप में पूर्व क्रिकेटरों, अंपायरों, पत्रकारों, और प्रशासकों जिसमें वेस्टइंडीज क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी सर विवियन रिचर्ड्स, आर्कबिशप डेस्मंड टूटू और उनके साथी क्रिस्टोफर मार्टिन-जेन्किन्स के साथ शामिल किया गया था।