#3 वीरेंदर सहवाग - 284 बनाम श्रीलंका
सहवाग की इस पारी ने उनकी टीम को एक शानदार जीत दिलाई, जिसने भारत को पहली बार ICC टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचाया। भारत के पास श्रीलंका के खिलाफ 2009 टेस्ट सीरीज़ के तीसरे और अंतिम मैच से पहले 1-0 की बढ़त हासिल थी और दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम बनने के लिए एक जीत की आवश्यकता थी। श्रीलंका के पहली पारी के 393 के जवाब में भारत ने पहली पारी में 726/9 के स्कोर पर पारी घोषित की।
मुंबई के ऐतिहासिक ब्रेबोर्न स्टेडियम में दूसरे दिन सहवाग ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। उन्होंने दूसरे दिन अकेले 284 रन बनाये और भारतीय टीम को स्टंप्स तक 443/1 के स्कोर पर ले गए। मैच के तीसरे दिन सहवाग अपनी पारी में मात्र 9 रन और जोड़ पाए और 293 रन बनाकर मुरलीधरन की गेंद पर आउट होकर पवेलियन लौट गए। सहवाग ने अपनी पारी में 40 चौके और 7 छक्के लगाए थे।
#2 वैली हैमंड, 295 बनाम न्यूजीलैंड
1930 के दशक के सर्वश्रेष्ठ इंग्लिश बल्लेबाज, वैली हैमंड सबसे शानदार बल्लेबाजों में से एक थे, जिन्होंने इस प्रारूप को खेला। न्यूजीलैंड की पहली पारी के 158 रनों के जवाब में इंग्लैंड ने 548/7 के स्कोर पर पारी घोषित कर दी। हैमंड इंग्लैंड की पहली पारी में कुल 336 रन बनाकर नाबाद रहे। वो टेस्ट के पहले दिन का खेल समाप्त होने तक 41 पर नाबाद थे। इसके बाद दूसरे दिन उन्होंने 295 रन बना डाले और इतिहास रच दिया। अपनी पारी में उन्होंने 34 चौके और 10 छक्के जड़े।
#1 सर डॉन ब्रैडमैन, 309 बनाम इंग्लैंड
टेस्ट मैच में तिहरा शतक बनाना आसान नहीं होता और इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तेंदुलकर और पोंटिंग जैसे दिग्गज अपने टेस्ट करियर में कभी तिहरा शतक नहीं बना पाए। हालाँकि ब्रैडमैन के लिए यह काम बिलकुल भी मुश्किल नहीं था और मात्र एक दिन में ही तिहरा शतक बना दिया था। उन्होंने यह कारनामा इंग्लैंड के खिलाफ 1930 में खेली एशेज के तीसरे टेस्ट में किया था। ब्रैडमैन ने मैच के पहले ही दिन नाबाद 309 बनाकर, टेस्ट मैच के एक दिन में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया।