पाकिस्तानी क्रिकेटर उमर अकमल ने खुद पर लगे तीन साल के बैन के खिलाफ औपचारिक अपील की है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की अनुशासनात्मक समिति ने उन्हें उमर अकमल को फिक्सिंग की जानकारी छुपाने के आरोप में सस्पेंड किया है। इसके बाद उमर अकमल के भाई कामरान अकमल ने इसे कार्रवाई को काफी ज्यादा बड़ा बताते हुए सजा से नाखुशी जताई थी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के संविधान के क्लोज 37 के अनुसार उमर अकमल की अपील के बाद अब पन्द्रह दिनों के अन्दर एक स्वतंत्र निर्णायक की नियुक्ति करनी होगी। यह स्वतंत्र जज निर्णय की समीक्षा करने के अलावा सजा की मात्रा भी देखेगा।
27 अप्रैल को बैन का फैसला के बाद अपनी टिप्पणी में जज फजल-ए-मिरान चौहान ने कहा था
"ऐसा प्रतीत होता है कि वह (उमर अकमल) पश्चाताप दिखाने और माफी मांगने के लिए तैयार नहीं है, यह स्वीकार करें कि वह भ्रष्टाचार रोधी संहिता, अनुच्छेद 2।4।4 के तहत अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल रहे हैं।"
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उमर अकमल पीएसएल से बैन थे
सबसे पहले उमर अकमल को फरवरी में बैन किया गया था। इसके साथ ही उन्हें पाकिस्तान सुपर लीग में खेलने से भी रोक दिया गया था। इस केस को अनुशासन समिति के पास भेजने पर आगे की कार्रवाई की गई। जांच और सभी तथ्य देखने के बाद 27 अप्रैल को पीसीबी के नियुक्त जज ने उन्हें तीन साल के लिए सभी तरह के क्रिकेट में हिस्सा लेने से बैन कर दिया था। हालांकि उनके पास इस फैसले के खिलाफ अपनी अपील करने का अधिकार था और इसका इस्तेमाल उन्होंने अब कर लिया है। देखना होगा कि आगे इस मामले में क्या नया मोड़ आता है।
पाकिस्तान के कई खिलाड़ी फिक्सिंग के प्रयास, जानकारी छुपाने और फिक्सिंग के दोष में बैन हुए हैं। यह एकलौता ऐसा देश है जहाँ फिक्सिंग की खबरें अक्सर आती रहती है। नए खिलाड़ी से लेकर पुराने खिलाड़ी तक इसमें शामिल रहे हैं। कई खिलाड़ी आजीवन बैन झेल रहे हैं। उमर अकमल का तीन साल का बैन है जिस पर उनके भाई कामरान अकमल ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि यह काफी ज्यादा सजा दी गई है। इसी तरह के आरोपों में बांग्लादेश के शाकिब अल हसन दो साल का बैन झेल रहे हैं।