स्टार ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) ने कहा है की वह सीमित ओवरों के क्रिकेट खेलने के बारे में नहीं सोच रहे हैं और टेस्ट क्रिकेट खेलने से खुश हैं। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज का कहना है कि अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद सीमित ओवरों की टीम से बाहर होने से दुख होता है।
ख्वाजा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2019 वर्ल्ड कप के बाद से ऑस्ट्रेलिया के लिए सीमित ओवरों के क्रिकेट में खेलते हुए नजर नहीं आये हैं। डेविड वॉर्नर की बैन से वापसी के बाद से ही ख्वाजा को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। वहीं पाकिस्तान दौरे पर में सीमित ओवरों की सीरीज में कई प्रमुख खिलाड़ियों के ना होने के बावजूद भी उन्हें खेलने का मौका नहीं दिया गया था।
वहीं जब ख्वाजा से पूछा गया कि क्या वह फिर से सीमित ओवरों का क्रिकेट खेलना चाहते हैं तो इस पर उन्होंने कहा कि उन्होंने चयनकर्ताओं से इस बारे में बात नहीं की है क्योंकि 2019 में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया था। इसलिए उन्होंने ये फैसला चयनकर्ताओं पर छोड़ दिया है।
उस्मान ख्वाजा ने क्रिकेट.कॉम.एयू के हवाले से कहा,
मैंने ईमानदारी से चयनकर्ताओं से इसके बारे में नहीं पूछा है। पिछली बार जब मुझे सीमित ओवरों की टीम से बाहर किया गया था, तो मेरा औसत 50 था और मुझे लगता है कि मैं उस साल में सीमित ओवरों के क्रिकेट में दूसरा या तीसरा सबसे ज्यादा रन बनाने वाला खिलाड़ी था। उसके बाद, मैंने ईमानदारी से इसके बारे में परवाह करना बंद कर दिया। अगर वे मुझे चुनना चाहते हैं, तो वे मुझे चुन सकते हैं। यदि वे नहीं करते हैं, तो कोई बात नहीं है।
पाकिस्तान में जन्मे क्रिकेटर ने 2019 में वनडे क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करके दिखाया था। उन्होंने उस साल खेले 22 मैचों में 49.31 की औसत के साथ 1085 रन बनाये थे। इस दौरान उनके बल्ले से 2 शतक और 8 अर्धशतक निकले थे। वहीं 2019 की शुरुआत में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुई 5 वनडे मैचों की सीरीज में 383 रन बनाये थे। उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज के अवार्ड से नवाजा गया था। ऑस्ट्रेलिया ने 3-2 से यह सीरीज अपने नाम कर ली थी।
मैं अभी भी बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका मिला - उस्मान ख्वाजा
ख्वाजा ने कहा कि वह भाग्यशाली है कि उन्हें टेस्ट क्रिकेट में खेलने के मौके मिले और वह उन चीजों के बारे में नहीं सोच रहे हैं जो उनके कंट्रोल से बाहर हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा,
मैं अभी भी बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे टेस्ट क्रिकेट और क्वींसलैंड के लिए खेलने का मौका मिला। अगर कोई अन्य चीजें आती हैं, तो मैं इसे करना पसंद करूंगा।"
35 वर्षीय ने सिडनी में चौथे एशेज टेस्ट में टेस्ट टीम में वापसी की और दोनों पारियों में शतक बनाए। वहीं पाकिस्तान में ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट सीरीज जीत में अहम भूमिका निभाई, जहां उन्होंने तीन टेस्ट में दो शतक लगाए थे।