ऑस्ट्रेलियाई टीम के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) ने हालिया फिलिस्तीन विवाद को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उस्मान ख्वाजा के मुताबिक पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले शेफील्ड शील्ड में खेलते हुए उनके अंदर मोटिवेशन की काफी कमी थी। हालांकि गाजा का एक वीडियो देखने के बाद उन्होंने फिलिस्तीन को सपोर्ट करने का फैसला किया।
दरअसल फिलिस्तीन के सपोर्ट में उस्मान ख्वाजा पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में एक खास मैसेज जूतों पर लिखकर मैदान में उतरना चाहते थे, जिसकी इजाजत उन्हें आईसीसी ने नहीं दी थी। इसके बाद वह मैदान पर काली पट्टी बांधकर उतरे थे। वहीं, दूसरे टेस्ट में ख्वाजा ब्लैक डव का लोगो बैट और जूतों पर लगाकर उतरना चाहते थे। इसकी भी इजाजत उन्हें आईसीसी की ओर से नहीं मिली थी। हालांकि, आईसीसी से इजाजत नहीं मिलने के बाद ख्वाजा ने दूसरा रास्ता चुना और बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में अपनी दोनों बेटियों आयशा और आयला का नाम जूतों पर लिखकर मैदान में बल्लेबाजी करने उतरे।
गाजा का वीडियो देखने के बाद मेरे ऊपर काफी प्रभाव पड़ा - उस्मान ख्वाजा
उस्मान ख्वाजा ने बताया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। उन्होंने फॉक्स क्रिकेट पर बातचीत के दौरान कहा,
मैंने ये चीजें अचानक नहीं की, बल्कि लंबे समय से मेरे ऊपर इसका प्रभाव था। टेस्ट सीरीज से पहले मैं शेफील्ड शील्ड क्रिकेट खेल रहा था और मेरे अंदर मोटिवेशन की काफी कमी थी। मैंने अपनी पत्नी रचेल से इस बारे में बात की और उसके बाद हमारे स्पोर्ट्स साइकोलॉजिस्ट से भी बात की। मैंने उन्हें बताया कि मेरे अंदर मोटिवेशन की काफी कमी है। जब मैंने देखा कि बेकसूर बच्चे मारे जा रहे हैं तो उसका मेरे ऊपर काफी प्रभाव पड़ा। इसी वजह से सिर्फ क्रिकेट खेलना मेरे लिए उतना अहम नहीं रह गया। मैंने काफी सोचा कि मैं क्या कर सकता हूं और उसके बाद मैंने ऐसा किया।