इंग्लैंड (England) के खिलाफ चौथे टी20 मैच में टीम की जीत के बाद विराट कोहली (Virat Kohli) ने प्रतिक्रिया दी। विराट कोहली ने टीम के खेल से लेकर अम्पायरों के फैसलों तक हर चीज पर बात की। कोहली ने कहा कि अम्पायरों के लिए भी एक फील्डर की तरह चीजें साफ़ होनी चाहिए। उन्हें भी कहने का अधिकार हो कि मुझे सही तरह से पता नहीं चला।
कोहली ने कहा कि एक टॉप टीम के खिलाफ इस प्रारूप में यह प्रोपर मैच रहा। पिछले सभी मैचों की तुलना में यह विकेट बेहतर था। इसके अलावा ओस की भूमिका भी काफी रही। विकेट ने हमें यह स्कोर बनाने दिया। बीच में कुछ उदाहरण थे जो अजीब थे, लेकिन 180 से ज्यादा के स्कोर की तरफ हम देख रहे थे। सूर्या का विशेष उल्लेख, उन्होंने इशान किशन के समान अपने पहले गेम में शानदार बल्लेबाजी की। वे काफी निडर होकर आईपीएल में खेले हैं। इसके बाद हमारे पास कोई टी20 नहीं है इसलिए मैं चाहता हूं कि लोग आश्वस्त रहें और इससे बहुत मजबूती से बाहर आएं। गेंद के साथ हम काफी क्लिनिकल थे।
शार्दुल ठाकुर के बारे में विराट कोहली ने कहा कि उन्होंने मैच बदल दिया लेकिन दबाव में पावरप्ले के दौरान हम इंग्लैंड के बल्लेबाजों को चेक करते रहे। टेस्ट श्रृंखला के दौरान एक उदाहरण था जब मैं जिंक्स (अजिंक्य रहाणे) के बगल में था और उसने स्पष्ट रूप से गेंद को पकड़ लिया लेकिन उसे यकीन नहीं था कि हम इसे लेकर ऊपर (तीसरे अम्पायर के पाए) गए। यदि यह एक आधा प्रयास है और फील्डर संदेह में है, तो कोई रास्ता नहीं है कि वह स्क्वायर लेग से अंपायर इसे स्पष्ट रूप से देख सके।
अम्पायरों के लिए विराट कोहली का बयान
विराट कोहली ने कहा कि फील्डर जैसे कह सकता है कि मैं नहीं जानता क्या हुआ, वैसे ही अम्पायरों के लिए होना चाहिए कि मुझे पता नहीं चला। सॉफ्ट सिग्नल को कोहली ने अम्पायर्स कॉल की तरह बताया और कहा कि कुछ फैसले होते हैं जो मैच का रुख बदल देते हैं, खासकर इस तरह के मैचों में। आज हमने इसे प्राप्त किया, कल कोई और टीम के साथ ऐसा होगा। आप इन सबको नजरंदाज कर गेम को साधारण और साफ रखना चाहते हैं। ज्यादा दबाव वाले मैचों में यह आदर्श स्थिति नहीं होती, हम और ज्यादा साफ़ चीजें चाहते हैं।