पिछले कुछ समय से भारतीय पिचों के बारे में काफी कुछ बातें हुई है और माइकल वॉन जैसे पूर्व इंग्लिश कप्तान को हर दिन पिच का मजाक बनाते हुए सोशल मीडिया पर देखा जाता है। इन सब पर विराट कोहली (Virat Kohli) ने प्रतिक्रिया दी है। इंग्लैंड (England) के खिलाफ चौथे टेस्ट की पूर्व संध्या पर विराट कोहली ने प्रेस वार्ता में कई बड़ी बातें कही और पिच पर सवाल उठाने वालों और लिखने वालों को भी जवाब दिया। विराट कोहली ने न्यूजीलैंड का उदाहरण देते हुए कहा कि जब वहां हमारी टीम 36 ओवर में मैच हार गई थी, उस समय ने किसी ने कुछ बोला और न ही लिखा।किसी ने सवाल किया कि क्रिकेट समुदाय एक होकर खेल को और बेहतर बना सकता है। इसके जवाब में विराट कोहली ने कहा "अच्छा होता अगर आप हमसे यह सवाल पूछते, जब हम इंग्लैंड, न्यूजीलैंड या ऑस्ट्रेलिया दौरे पर होते। अब नहीं जब आपने भारत में दो टर्निंग पिच देखी हैं।कोहली ने यह भी कहा कि स्पिन पिचों को लेकर काफी ज्यादा शोर और बातें होती हैं। कोहली ने कहा कि हर कोई इसे नैरेटिव की तरह सेट कर प्रासंगिकता तक न्यूज बनाने की कोशिश करता है। एक टेस्ट मैच अगर आप 4 या 5 दिन में जीत लेते हैं, तो कोई बात नहीं होती लेकिन वही मैच अगर 2 दिन में खत्म हो जाए, तो सब उस पर बोलने लगते हैं।विराट कोहली ने न्यूजीलैंड दौरे का उदाहरण दियान्यूजीलैंड दौरे की बात करते हुए कोहली ने कहा " हम 36 ओवर में 3 दिन में न्यूजीलैंड में हार गए, मुझे यकीन है कि हमारे लोगों में से किसी ने भी पिच के बारे में नहीं लिखा है, यह सब भारत के न्यूजीलैंड में खराब खेले जाने के बारे में था और किसी ने भी पिच की आलोचना नहीं की थी। कोई नहीं आया और देखा कि पिच कितना काम कर रही है, गेंद कितनी हिल रही है और पिचों पर कितनी घास है।"कोहली सभी को जवाब देने के मूड में दिखे और कहा " हमारी टीम की सफलता का कारण यह है कि हमने जिस भी पिच पर खेला, उसके बारे में हमें कोई ऐतराज नहीं किया है। और हम आगे भी ऐसे ही खेलना जारी रखेंगे। यह हमेशा ऐसा होता है कि स्पिन ट्रैक अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं और जब एक विशेष पिच पर गेंद सीम होती है और टीमें 40, 50 और 60 के स्कोर पर आउट हो जाती हैं, तो कोई भी पिच के बारे में नहीं लिखता है, हमेशा खराब बल्लेबाजी के बारे में बात होती है। इसलिए मुझे लगता है कि हम सभी को अपने आप से बहुत ईमानदार होने की आवश्यकता है, हम किस स्पेस से बात कर रहे हैं और इस कहानी को जारी रखने के पीछे क्या विचार है और यह किस उद्देश्य से उन लोगों की सेवा करता है जो इस बातचीत को जारी रखते हैं जो काफी एकतरफा होती हैं।"💬 "Unfortunate that there’s too much noise about spinning tracks."Ahead of the fourth @Paytm #INDvENG Test, #TeamIndia skipper @imVkohli weighs in on the discussion about pitches. pic.twitter.com/tcra6nj5Ys— BCCI (@BCCI) March 3, 2021भारतीय कप्तान ने सवाल करते हुए पूछा " मुझे समझ नहीं आता कि क्रिकेट की गेंद या क्रिकेट की पिच जैसी चीजों को ध्यान में क्यों लाया जाता है। हम सिर्फ इस तथ्य पर ध्यान केंद्रित क्यों नहीं करते कि बल्लेबाज ठीक से खेलने के लिए उस पिच पर पर्याप्त रूप से कुशल नहीं थे।"स्पिन पिच खेलने के लिए जरूरी कौशल के बारे में कोहली ने कहा कि यदि गेंदबाज एक उपयोगी विकेट पर बेहतर हैं, तो मैं जो देखना चाहता हूं वह यह है कि दो बल्लेबाज 10 रन के लिए 45 मिनट खेलने में सक्षम हैं, लेकिन कोई मौका दिए बिना खड़े रहते हैं। सफेद गेंद क्रिकेट के प्रभाव से टेस्ट क्रिकेट में कई परिणाम देखने को मिलते हैं। गेम में डिफेन्स के साथ समझौता होता है। लोग तेजी से 350 रन बनाना चाहते हैं। वे चार-पाँच सत्रों पर ध्यान नहीं देना चाहते। लोग डिफेन्स पर ध्यान केंद्रित नहीं करते हैं। कौशलता की आवश्यकता है। आप बिना स्वीप के भी टिक सकते हैं। मुझे भरोसा होना चाहिए कि अगर मैं डिफेन्स करता हूं, तो गेंद शॉर्ट लेग या सिली पॉइंट पर नहीं जाएगी।