Virender Sehwag and Aarti Ahlawat love story: क्रिकेट जगत के कई कपल ऐसे हैं, जो काफी चर्चित हैं। इसमें से ही एक जोड़ी पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग और उनकी पत्नी आरती अहलावत की है। वीरू और आरती की शादी 2004 में हुई थी और इस जोड़ी के दो बेटे भी हैं। इन दोनों की शादी के दो दशक से ज्यादा हो गए और इनका नाम सफल जोड़ियों में शुमार होता है लेकिन क्या आपको पता है कि इनकी शादी इतनी आसानी से नहीं हो पाई थी और काफी ज्यादा अड़चनों का सामना करना पड़ा था। इस आर्टिकल में हम आपको इन दोनों की लव स्टोरी के बारे में बताने जा रहे हैं कि इसकी शुरुआत कैसे हुई और शादी की मंजिल कैसे हासिल हुई।
बचपन में ही सहवाग और आरती की हुई थी मुलाकात
वीरेंद्र सहवाग और आरती की मुलाकात बचपन में ही हो गई थी। दरअसल, आरती की एक बुआ की शादी सहवाग के कजिन से हुई और उसी दौरान इन दोनों की भी मुलाकात हो गई थी। शुरुआत में इनकी दोस्ती काफी समय तक रही और फिर सहवाग के मन में आरती के लिए प्यार का अहसास जाग गया। वीरू ने बाद में अपनी दिल की बात आरती को बताई और वह भी मान गईं लेकिन अब असली कहानी की शुरुआत हुई, क्योंकि दोनों ही परिवार रिश्तेदारी में शादी के लिए राजी नहीं थे। हालांकि, इन दोनों ने हार नहीं मानी और फिर अपने परिवार को मनाने में भी सफल रहे।
2004 में एक-दूसरे के साथ रचाई शादी
सहवाग और आरती ने तीन साल एक-दूसरे को डेट करने के बाद 22 अप्रैल, 2004 को शादी रचा ली। इनकी शादी तत्कालीन कानून मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली ने करवाई थी, जो दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े रहे और वीरू को भी काफी करीब से जानते थे। इसी वजह से जेटली ने इन दोनों की शादी अपने सरकारी आवास में करवाई थी। इस जोड़ी के दो बेटे हैं। बड़े बेटे का नाम आर्यवीर है, वहीं छोटे बेटे का नाम वेदांत है।
बता दें कि सहवाग क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और अब वह कमेंट्री करते हैं और रिटायर हो चुके खिलाड़ियों की लीग में भी खेलते नजर आ जाते हैं। वहीं, आरती हाउस वाइफ हैं।