दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर (David Warner) को लेकर आईपीएल (IPL) में उनके पूर्व कप्तान वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि किस तरह वॉर्नर के खराब व्यवहार से परेशान होकर उन्होंने वॉर्नर को वापस भेज दिया था।
डेविड वॉर्नर ने अपना आईपीएल डेब्यू साल 2009 में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए किया था। उस वक्त वीरेंदर सहवाग टीम के कप्तान थे। हालांकि उस सीजन वॉर्नर का परफॉर्मेंस अच्छा नहीं रहा था। सहवाग के मुताबिक वॉर्नर के अंदर अनुशासन की कमी थी और इसी वजह से उनके खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी थी।
डेविड वॉर्नर को सबक सिखाने के लिए हमने उन्हें बाहर कर दिया था - सहवाग
क्रिकबज्ज पर बातचीत के दौरान वीरेंदर सहवाग ने कहा "मैंने भी कई प्लेयर्स के ऊपर अपना गुस्सा निकाला था और डेविड वॉर्नर उनमें से एक थे। क्योंकि जब वो नए-नए टीम में आए थे तो प्रैक्टिस से ज्यादा पार्टी किया करते थे। पहले साल कुछ खिलाड़ियों से उन्होंने झगड़ा भी कर लिया था। इसलिए आखिरी दो मैचों के लिए हमने उन्हें वापस भेज दिया था।"
सहवाग ने आगे कहा "कई बार ऐसा होता है कि किसी को सबक सिखाने के लिए आप उन्हें टीम से बाहर कर देते हैं। वॉर्नर नए खिलाड़ी थे इसलिए उन्हें ये दिखाना जरूरी था कि आप टीम के लिए इतने ज्यादा जरूरी नहीं हैं। दूसरे प्लेयर भी हैं जो टीम को मैच जिता सकते हैं। हमने वॉर्नर को टीम से बाहर रखा और मैच भी जीते।"
आपको बता दें कि डेविड वॉर्नर का विवादों से पुराना नाता रहा है। साउथ अफ्रीका में बॉल टैंपरिंग के लिए उन पर बैन लगाया गया था। वहीं पिछले साल सनराइजर्स हैदराबाद फ्रेंचाइजी के साथ भी उनकी अनबन की खबरें आई थीं। टीम ने उन्हें बीच सीजन कप्तानी से हटा दिया था और प्लेइंग इलेवन से भी बाहर कर दिया था।