भारत (India) ने पुणे में महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में तीन मैचों की श्रृंखला के दूसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में इंग्लैंड के खिलाफ शर्मनाक हार का सामना किया। भारत के मैच को खोने के पीछे मुख्य कारणों में से एक छठा गेंदबाजी विकल्प का अभाव था, क्योंकि क्रुणाल पांड्या और कुलदीप यादव जैसे दोनों स्पिनर क्रमशः 12 और 8 की इकॉनमी दर से रन दे रहे थे। हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) भी गेंदबाजी के लिए एक विकल्प थे लेकिन उन्हें नहीं लाया गया और इसे लेकर वीरेंदर सहवाग (Vireneder Sehwag) नाखुश नजर आ रहे हैं।
हालांकि ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या प्लेइंग इलेवन का हिस्सा थे, लेकिन उन्होंने एक भी ओवर नहीं फेंका और इसी के साथ क्रिकेट बिरादरी में इसको लेकर बातें भी उठी। दिलचस्प बात यह है कि हार्दिक ने इसी विरोधी टीम के खिलाफ टी20 सीरीज़ के लगभग हर खेल में 3-4 ओवर फेंके।
वीरेंदर सहवाग का बयान
क्रिकबज के अनुसार वीरेंदर सहवाग ने इस मामले पर कहा कि मुझे नहीं पता है कि कौन तय करता है कि हार्दिक पांड्या का कार्यभार अत्यधिक हो गया है। जब से वह अपनी सर्जरी से वापस लौटे हैं, उन्होंने ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला है। वह टेस्ट में बाहर बैठे, 5 टी20I खेले, और उनमें से 2-3 में गेंदबाजी की। इसलिए उन्होंने अभी तक अपना भार नहीं उठाया है। लेकिन हां, यह एक संभावना है कि उन्होंने खुद को आईपीएल से पहले किसी भी चोट से बचाने के लिए वनडे में गेंदबाजी से छुट्टी मांगी होगी।
गौरतलब है कि हार्दिक पांड्या ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे मैच में गेंदबाजी नहीं की और भारत को पांचवें और छठे गेंदबाज की कमी के कारण मैच में पराजय का सामना करना पड़ा। बड़े स्कोर का पीछा करते हुए इंग्लिश टीम ने आसानी से टीम इंडिया को पराजित कर दिया था। दोनों टीमों के बीच अंतिम मुकाबले में सीरीज जीतने का मौका होगा।