पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) ने कहा कि उन्हें नहीं लगता था कि विराट कोहली (Virat Kohli) अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इतनी कामयाबी हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि जब कोहली ने भारतीय टीम में जगह बनाई थी तो किसी को भी उनकी प्रतिभा पर कोई संदेह नहीं था। हालाँकि, सहवाग ने कहा कि उन्हें नहीं लगता था कि यह स्टार बल्लेबाज 70 से अधिक शतक जड़ेगा।
वीरेंदर सहवाग ने स्वीकार किया कि कोहली ने अपने निरंतर प्रदर्शन से उन्हें गलत साबित कर दिया। 'The Ranveer Show' पर वीरू ने कहा,
हम सभी जानते थे कि विराट कोहली बहुत प्रतिभाशाली हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता था कि वह इस स्तर तक पहुंचेंगे। लेकिन जिस तरह से उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में लसिथ मलिंगा के खिलाफ बल्लेबाजी करके हमें मैच जिताया, हमें पता था कि वह सफल होंगे। मैंने नहीं सोचा था कि उनके नाम पर इतने शतक होंगे या इतने रन बनेंगे। उन्होंने मुझे गलत साबित कर दिया और उन्होंने जो हासिल किया है वह अविश्वसनीय है।
सहवाग ने आगे कहा कि विराट कोहली को करियर के शुरुआत में ही एहसास हो गया था कि उन्हें अनुशासित होना होगा और इससे उन्हें काफी फायदा हुआ। इसके अलावा उन्होंने कहा कि रोहित शर्मा के साथ प्रतिस्पर्धा से भी कोहली का फायदा हुआ। पूर्व भारतीय ओपनर ने कहा,
विराट को अपने करियर में बहुत पहले ही एहसास हो गया था कि अगर उन्हें लंबे समय तक क्रिकेट खेलना है तो उन्हें अनुशासित होना होगा बहुत कम खिलाड़ियों को इतनी जल्दी इसका एहसास हुआ है। लगभग उसी समय, कई खिलाड़ी आए और चले गए। तब रोहित शर्मा टेस्ट और सफेद गेंद की टीमों में आए थे और दोनों के बीच प्रतिस्पर्धा देखने को मिली थी। कभी-कभी इस तरह की प्रतिस्पर्धा आपको अपने खेल को बेहतर बनाने में मदद करती है।
आपको बता दें कि विराट कोहली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले छठे और सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज हैं। सर्वाधिक शतकों के मामले में उनसे आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर ही हैं।