Virendra Sehwag Promised Ferrari Gift For Son: भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के बेटे ने क्रिकेट की दुनिया में नाम कमाना शुरू कर दिया है। हालांकि, अभी रास्ता और सफर काफी लंबा होगा लेकिन घरेलू स्तर पर उन्होंने अच्छी शुरुआत की है। आर्यवीर ने कूच बिहार ट्रॉफी में दिल्ली के लिए खेलते हुए दोहरा शतक जड़ दिया है। मेघालय के खिलाफ दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक आर्यवीर 200 रन बनाकर नाबाद रहे थे। इस बड़ी पारी की बदौलत दिल्ली ने 208 रन की मजबूत बढ़त बना ली थी।
वीरेंद्र सहवाग के बेटे आर्यवीर अपने पिता की तरह ही क्रिकेट की दुनिया में कदम रख चुके हैं। आर्यवीर भी अपने पिता की तरह ताबड़तोड़ बल्लेबाजी और बाउंड्रीज में डील करने में विश्वास रखते हैं। दोहरे शतक तक पहुंचने के लिए आर्यवीर ने 229 गेंद का सामना किया था। इस दौरान 34 चौके और 2 छक्के लगाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 87.34 का रहा। उन्होंने अंडर-19 कंपीटिशन में 49 रन की शानदार पारी खेलकर दिल्ली को मणिपुर के खिलाफ मैच जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि फिर आर्यवीर ने आज अपना स्कोर 297 तक पहुंचाया और वह तीहरा शतक लगाने से तीन रन पीछे रह गए। वीरेंद्र सहवाग ने इस खास मौके पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर की है, जिसमें उन्होंने अपने बेटे से जुड़ी खास बात लिखी है।
वीरेंद्र सहवाग ने शेयर की पोस्ट
भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के बेटे आर्यवीर अपने पिता की राह पर निकल पड़े हैं। कूच बिहार ट्रॉफी में आर्यवीर सहवाग ने 297 रन बनाए हैं। जबकी वीरेंद्र सहवाग का बेस्ट स्कोर है अपने टेस्ट में करियर में 319 रन। यह स्कोर उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई में 2008 में बनाया था। वहीं वीरेंद्र सहवाग ने अपने बेटे से प्रॉमिस किया था कि बेटा अगर 319 से ज्यादा बनाएगा तो वह उसे फरारी कार गिफ्ट करेंगे, लेकिन आर्यवीर 23 रनों से पीछे रह गए।
इस खास मौके पर वीरेंद्र सहवाग ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें उन्होंने आर्यवीर के स्कोर की तस्वीर शेयर कर पोस्ट पर लिखा कि, आपने अच्छा खेला लेकिन 23 रन से फरारी मिस कर दी। लेकिन कोई बात नहीं अच्छा किया आपने। अपनी इस आग को बरकार रखें और आगे और ऐसे डैडी हंड्रेड, डबल हंड्रेड और ट्रिपल सेंचुरी लगाएं। खेल जाओ...!
वीरेंद्र सहवाग और आरती अहलावत 2007 में दोनों एक प्यारे से बेटे के माता-पिता बने जिसका नाम उन्होंने आर्यवीर रखा। इसके बाद 2010 में दोनों के घर दूसरे बेटे का जन्म हुआ जिसका नाम वेदांत है। अब देखना होगा कि आर्यवीर अपनी इस चमक को कितना बरकरार रखते हैं कितनी जल्दी वह इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रख पाते हैं।