श्रीलंका को अफगानिस्तान के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद श्रीलंका के कप्तान वनिंदू हसरंगा (Wanindu Hasaranga) ने नो बॉल नहीं दिए जाने को लेकर अंपायर पर निशाना साधा है। उन्होंने अंपायर लिंडन हन्नीबल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बेहतर होगा कि वो अंपायरिंग छोड़कर कोई दूसरा काम-धंधा ढूंढ लें।
दरअसल टार्गेट का पीछा करते हुए श्रीलंका को आखिरी ओवर में जीत के लिए 19 रन चाहिए थे। श्रीलंकाई बल्लेबाज कमिंदू मेंडिस ने शुरूआती तीन गेंदों में 8 रन बनाये। वहीं, चौथी गेंद कमर की ऊंचाई से काफी ऊपर थी लेकिन नो-बॉल नहीं दी गई। लेग स्क्वायर पर खड़े अंपायर लिंडन हन्नीबल ने वफादार मोमांद की इस गेंद को नो बॉल करार नहीं दिया। अगली दो गेंदों पर एक वाइड और एक छक्के की मदद से सिर्फ 7 रन ही आये और टीम मैच हार गई।
इंटरनेशनल मैचों में इस तरह की गलती स्वीकार्य नहीं - वनिंदू हसरंगा
मैच के बाद वनिंदू हसरंगा काफी गुस्से में नजर आए और नाम लिए बगैर उन्होंने अंपायर पर निशाना साधा। हसरंगा ने कहा,
इंटरनेशनल मैच में इस तरह की चीजें नहीं होनी चाहिए। अगर ये कमर की ऊंचाई के करीब होती तब दिक्कत नहीं थी लेकिन ये काफी ऊंची जा रही थी। अगर ये थोड़ा और ऊंची होती तो फिर बल्लेबाज के सिर में जाकर लगती। अगर आप ये चीजें नहीं देख सकते हैं तो इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए ये अंपायर सही नहीं है। अगर वो कोई दूसरा काम करें तो ज्यादा बेहतर होगा। अगर थर्ड अंपायर फ्रंट-फुट का नो बॉल चेक करता है तो फिर उन्हें हाईट वाले नो बॉल को भी चेक करना चाहिए। मुझे नहीं पता कि उस वक्त स्क्वायर लेग अंपायर के दिमाग में क्या चल रहा था।
आपको बता दें कि श्रीलंका को भले ही इस मैच में हार का सामना करना पड़ा लेकिन सीरीज 2-1 से उनके नाम रही।