क्रिकेट के खेल में हमने कई दिग्गजों को अलग-अलग दौर में खेलते हुए देखा। फैंस के मन में हमेशा उत्सुकता होती है कि अगर इस दौरा का बल्लेबाज उस दौर के गेंदबाजों के खिलाफ खेला होता तो कैसा होता या फिर उस दौरा का दिग्गज बल्लेबाज आज के समय में गेंदबाजी करता, तो क्या सफल होता। ऐसा ही एक ड्रीम कांटेस्ट भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) और स्विंग के सुल्तान पाकिस्तानी दिग्गज वसीम अकरम (Wasim Akram) का है। कोहली आज के दौर के बेहतरीन बल्लेबाजों में एक हैं, वहीं अकरम अपने समय के सबसे बेहतरीन स्विंग गेंदबाजों में एक थे। हाल ही इस दिग्गज ने बताया कि उनके पास विराट कोहली के खिलाफ गेंदबाजी करने की योजना होती।
अकरम ने नैशपति प्राइम के 'टू बी ऑनेस्ट' शो में कहा,
मुझे बहुत भरोसा होता। अगर वह 3 या 4 पर बल्लेबाजी करने आए तो इसका मतलब दो विकेट गिर चुके हैं। अगर वह क्रीज पर नया होता तो मैं आक्रमण करता। गेंद को बीच के स्टंप पर पिच करता, और उनसे दूर ले जाता या फिर अंदर की तरफ लाता। अगर वह काम नहीं करता है, तो मैं प्लान बी पर स्विच करूंगा, जो बाउंसर गेंदबाजी होगी। फील्डर को डीप में रखकर इसके बाद उसे क्रीज़ के अंदर रहें पर मजबूर करना... ऐसे कई छोटे मौके बनाना उसे आउट करने के लिए महत्वपूर्ण है।
वसीम अकरम ने अपने वनडे डेब्यू का दिलचस्प किस्सा साझा किया
1984 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे मैच में डेब्यू करने वाले, अकरम ने याद किया कि कैसे महान जावेद मियांदाद ने उन्हें देखा था। अकरम 19 साल के लंबे करियर में 916 अंतरराष्ट्रीय विकेट चटकाए और अब तक के सबसे बेहतरीन बाएं हाथ के गेंदबाज बने। हालाँकि उन्हें सबसे जावेद मियांदाद ने देखा था। अपने डेब्यू के बारे में बात करते हुए दिग्गज तेज गेंदबाज ने कहा,
जावेद भाई ने मुझे चुना। फिर एक बार जब मैं टीम में आया, तो मैं इमरान खान से मिला, जो 1985 में ऑस्ट्रेलिया में था। वह प्रभावित हुए और फिर जब मैंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 दिवसीय मैच खेला, तो वह मेरा पहला फर्स्ट क्लास मैच था। मैं रात को सो नहीं सका। पहली पारी से ही वह काफी रिलैक्स्ड थे।