ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) और जिंबाब्वे (Zimbabwe Cricket team) के बीच रविवार को क्वींसलैंड के टाउंसविले में तीन मैचों की सीरीज का पहला वनडे खेला गया। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच (Aaron Finch) ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला किया। जिंबाब्वे की टीम 47.3 ओवर में 200 रन बनाकर ऑलआउट हो गई।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की पारी के दौरान एक मजेदार घटना हुई। ऑस्ट्रेलिया ने लक्ष्य का पीछा करते समय 16.5 ओवर में एक विकेट खोकर 80 रन बना लिए थे। तब क्रीज पर डेविड वॉर्नर (36*) और स्टीव स्मिथ (21*) रन बनाकर खेल रहे थे।
सिकंदर रजा ने ओवर की आखिरी गेंद पर डेविड वॉर्नर को विकेटकीपर रेगिस चकाब्वा के हाथों कैच आउट कराने की जोरदार अपील की। दरअसल, ऐसा लगा कि वॉर्नर के बल्ले का बाहरी किनारा लगकर गेंद विकेटकीपर चकाब्वा के हाथों में गई। अंपायर ने नॉट आउट दिया तो जिंबाब्वे के कप्तान ने डीआरएस लेने का इशारा किया।
थर्ड अंपायर अपना पता करने में जुटे हुए थे कि वॉर्नर के बल्ले का किनारा लगा है या नहीं, तब तक वॉर्नर नतीजे की परवाह किए बगैर पवेलियन की तरफ जाते दिखे। वॉर्नर ने बाउंड्री पर जाकर इंतजार किया कि थर्ड अंपायर किसके पक्ष में फैसला देने वाले हैं।
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थर्ड अंपायर ने बल्लेबाज के पक्ष में फैसला सुनाया तो यह देख वॉर्नर आश्चर्यचकित रह गए और मुस्कुराते हुए मैदान पर लौटे। वॉर्नर का यह वीडियो फैंस को काफी पसंद आ रहा है।
बहरहाल, डेविड वॉर्नर ने इस जीवनदान का फायदा उठाया और अपने वनडे करियर का 25वां अर्धशतक लगाया। उन्होंने स्टीव स्मिथ के साथ दूसरे विकेट के लिए 65 रन की साझेदारी की। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 66 गेंदों में सात चौके और एक छक्के की मदद से 57 रन बनाए। सिकंदर रजा ने पारी के 23वें ओवर की पहली गेंद पर बोल्ड करके वॉर्नर की पारी का अंत किया। हालाँकि लक्ष्य छोटा होने की वजह से ऑस्ट्रेलिया को परेशानी नहीं हुई और अंत में मैक्सवेल ने महज नौ गेंदों में नाबाद 32 रन बनाकर पांच विकेट से जीत दिला दी।