Sabina Park floodlights issue: जमैका के सबीना पार्क में अगले सप्ताह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले ऐतिहासिक डे-नाइट टेस्ट मैच की तैयारियां अब भी अंतिम चरण में हैं। मैदान पर नई फ्लडलाइट्स की स्थापना में पहले ही काफी देरी हो चुकी है। ये लाइट्स शुरू में साल की शुरुआत में लग जानी थीं, फिर मई तक का लक्ष्य रखा गया, लेकिन हाल ही में इन्हें स्थापित किया गया है। लाइटें तो लग चुकी हैं, लेकिन डे-नाइट टेस्ट से पहले ICC द्वारा अप्रूवल मिलना अभी बाकी है। बिना ICC अप्रूवल के मैच नहीं हो सकता।
हाल ही में जब नई लाइटों के लगने के बाद उन्हें जांचा गया था तो इस दौरान यह भी सामने आया कि किंग्स्टन क्रिकेट क्लब स्टैंड के सामने वाले क्षेत्र में रोशनी पर्याप्त नहीं थी, जिससे मैच के आयोजन पर सवाल खड़े हो गए। हालांकि, जमैका क्रिकेट एसोसिएशन (JCA) को अब भी भरोसा है कि मैदान 12 जुलाई से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट के लिए तैयार रहेगा। मैदान की अंतिम मंजूरी अभी ICC के निरीक्षण पर निर्भर है, जो अगले सप्ताह अधिकारियों की यात्रा के बाद दी जाएगी।
पुराने ढांचे को हटाने के बाद नई तकनीकी जरूरतें सामने आई थीं जिससे काम और खिंच गया। क्रिकेट वेस्टइंडीज का कहना है कि वे आश्वस्त हैं कि यह टेस्ट मैच तय समय पर डे-नाइट मुकाबले के तौर पर ही खेला जाएगा। यही मैदान बाद में T20I सीरीज के शुरुआती दो मैचों की मेजबानी भी करेगा, जो रात में खेले जाएंगे। गौरतलब है कि कैरेबियन में अब तक सिर्फ एक डे-नाइट टेस्ट मैच खेला गया है, जब 2018 में श्रीलंका ने बारबाडोस में वेस्टइंडीज का सामना किया था।
ऑस्ट्रेलिया डे-नाइट टेस्ट में सबसे अधिक अनुभवी टीम रही है। वे अब तक खेले गए 13 में से 12 मैच जीत चुके हैं। उनकी एकमात्र हार पिछले साल गाबा में वेस्टइंडीज के खिलाफ आई थी। हर ऑस्ट्रेलियाई घरेलू सीजन में कम से कम एक पिंक-बॉल टेस्ट खेला जाता है, जिससे उन्हें इस फॉर्मेट में सबसे ज़्यादा अनुभव हासिल है। जहां ऑस्ट्रेलिया की टीम बदला पूरा करने की कोशिश करेगी तो वहीं वेस्टइंडीज इस ऐतिहासिक टेस्ट में अपनी छाप छोड़ना चाहेगा।