युवराज सिंह जब आउट हुए, तो भारत ने उम्मीद छोड़ दी थी और मेरा दिल टूट गया था: मोहम्मद कैफ

 युवराज सिंह ने नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में खेली थी महत्वपूर्ण पारी
युवराज सिंह ने नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में खेली थी महत्वपूर्ण पारी

भारतीय टीम के दो दिग्गज बल्लेबाज मोहम्मद कैफ और युवराज सिंह हाल ही में इंस्टाग्राम पर लाइव आए और दोनों ने कई मुद्दों पर बात की। इन दोनों 2002 नेटवेस्ट ट्रॉफी फाइनल को लेकर भी अहम खुलासे किए। इन दोनों के बीच हुई ऐतिहासिक साझेदारी के दम पर ही भारत ने इंग्लैंड को हराते हुए इतिहास रचा था। मोहम्मद कैफ इस मुकाबले में प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे।

लाइव चैट के दौरान मोहम्मद कैफ ने कहा,

"युवराज सिंह जब आउट हुए, तो मुझे लगा कि यह मैच हमारे हाथ से गया और हम जीत नहीं पाएंगे। हम दोनों ही सेट थे। मुझे लगा कि हम साथ में खेलेंगे, तो भारत जरूर जीतेगी। हालांकि जब तुम आउट हुए, तो इंडिया ने अपनी उम्मीद छोड़ दी और मेरा दिल टूट गया था।

326 रनों का पीछा करने उतरी भारतीय टीम का स्कोर एक समय 146-5 था और टीम मुश्किल में थी। युवी और कैफ के बीच 121 रनों की बेहतरीन साझेदारी हई और टीम को जीत के करीब लेकर गए। 267 के स्कोर पर युवी 69 रन बनाकर आउट हो गए। यहां से भारत के लिए मुश्किल और भी बढ़ गई, लेकिन कैफ ने नाबाद रहते हुए 87 रन बनाए और आखिरी ओवर में टीम को 2 विकेट से यादगार जीत दिलाई ।भारत के मैच जीतने के बाद लॉर्ड्स की बालकनी से अपनी टी-शर्ट को उतारकर हवा में लहराया था।

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युवी और कैफ के बीच और भी मजेदार बातें हुई। इसमें कैफ ने यह भी बताया कि कैसे कमेंट्री करने से उन्हें कोचिंग में काफी मदद मिल रही है। इसके अलावा भारतीय टीम में फील्डिंग में रेवोल्यूशन लाने का श्रेय काफी हद तक युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ को ही जाता है।

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