भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने एक अहम घटना का खुलासा किया है। युवराज सिंह ने मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा बताया है। युवराज के मुताबिक जब वो नए-नए टीम में आए थे तो बस में सचिन तेंदुलकर के पास बैठने से उन्होंने मना कर दिया था और इसकी सबसे बड़ी वजह ये थी कि वो काफी नर्वस थे।
दरअसल जब युवराज सिंह भारतीय टीम में आए तब सचिन तेंदुलकर क्रिकेट जगत के सबसे बड़े स्टार प्लेयर बन चुके थे। उस वक्त सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के सुपरस्टार थे और पूरी दुनिया में इनकी काफी इज्जत थी।
युवराज सिंह ने मोहम्मद कैफ की अगुवाई में 2000 में अंडर-19 वर्ल्ड कप का खिताब जीता था। इसके बाद भारतीय टीम में उन्हें उन प्लेयर्स के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने का मौका मिल जो उनके आइडल थे। युवराज ने बताया कि कैसे अपने शुरुआती दिनों में उन्होंने सचिन तेंदुलकर के पास खाली पड़ी सीट पर बैठने से मना कर दिया था।
नेटफ्लिक्स पर "स्टोरीज बिहाइंड द स्टोरी" में उन्होंने कहा " अपने बचपन के हीरो से मिलना मेरे लिए कितनी बड़ी बात थी उसे मैं शब्दों में नहीं बता सकता। मैं उस वक्त हवा में उड़ रहा था। कैंप के शुरु होने से पहले मैं ड्रेसिंग रूम में जा रहा था। मेरे पास केवल एक ही सीट थी जो सचिन तेंदुलकर के पास वाली सीट थी। मैंने अपने मैनेजर से से कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैं वहां पर बैठ सकता हूं। तो उन्होंने कहा कि वो तुम्हारे साथी खिलाड़ी हैं तुम्हें उनसे अब बात तो करनी ही होगी। इसके बाद मैं धीरे से वहां गया और उनको ऊपर से नीचे तक देखा और मन में कहा कि वास्तव में वो सचिन ही हैं।
युवराज सिंह ने भारत की 2 वर्ल्ड कप जीत में निभाई अहम भूमिका
आपको बता दें कि युवराज सिंह ने भारत की 2 वर्ल्ड कप जीत में अपनी अहम भूमिका अदा की थी। उन्होंने 2007 के टी20 वर्ल्ड कप में जबरदस्त प्रदर्शन किया था और उसके बाद 2011 के वर्ल्ड ,कप में भी वो मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे।
ये भी पढ़ें: 3 दिग्गज विदेशी खिलाड़ी जो अगले आईपीएल सीजन खेलते नजर आ सकते हैं