Siddharth Desai Cricket Journey: रणजी ट्रॉफी 2024-25 के इस सीरीज में एलीट ग्रुप बी के लीग मैच में गुजरात और उत्तराखंड के बीच मैच खेला जा रहा है। इस मुकाबले में उत्तराखंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। कप्तान आर समर्थ फैसला उनकी टीम के लिए ही गलत साबित हुआ और पहले बल्लेबाजी करते हुए उत्तराखंड की टीम सिर्फ 111 रन पर ऑलआउट हो गई। इसका सबसे ज्यादा श्रेय गुजरात के 24 वर्षीय युवा स्पिनर सिद्धार्थ देसाई को जाता है। सिद्धार्थ ने उत्तराखंड की पहली पारी में कहर बरपाने का काम किया और 9 विकेट झटके।
इस शानदार प्रदर्शन के चलते हर कोई सिद्धार्थ देसाई की बात कर रहा है और उनके बारे में जाने को उत्सुक भी है। चलिए हम आपको बताते हैं इस क्रिकेटर की लाइफ स्टोरी के बारे में और उनकी अब तक की क्रिकेट जर्नी के बारे में भी।
कौन हैं सिद्धार्थ देसाई
सिद्धार्थ देसाई का जन्म 16 अगस्त साल 2000 में अहमदाबाद में हुआ था। वह गुजरात की मुख्य टीम से पहले गुजरात की अंडर 14, अंडर 16 और अंडर 19 टीम का हिस्सा रह चुके हैं। वह बाएं हाथ के स्पिनर हैं, साथ ही लोअर ऑर्डर में बल्ले से भी योगदान दे सकते हैं। सिद्धार्थ देसाई के रिकॉर्ड की बात करें तो उनके नाम 36 फर्स्ट क्लास मैचों में 159 विकेट दर्ज हैं। साथ ही वह 20 लिस्ट ए मुकाबलों में 25 विकेट ले चुके हैं। वह भारत की अंडर 19 टीम का भी हिस्सा रहे हैं। यूएई के खिलाफ अंडर 19 एशिया कप 2018 में 24 रन देकर 6 विकेट लेते हुए उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरी थीं।
पिता का सपना था कि बेटा क्रिकेटर बने
आपको बता दें कि सिद्धार्थ देसाई ने तेज गेंदबाज के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी लेकिन अहमदाबाद में अपने कोच तारक त्रिवेदी की सलाह पर स्पिन गेंदबाज बन गए। यहां तक कि क्रिकेटर बनने का सपना भी सिद्धार्थ का नहीं था, बल्कि यह सपना उनके पिता अजय का था। उनके पिता का सपना था कि उनका बेटा एक पेशेवर क्रिकेटर बने। हालांकि, देसाई को अभी भी बड़ा क्रिकेटर बनने के लिए लंबा सफर तय करना है।