Why Indian team playing in pink jersey in Sydney test: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में चल रहे अंतिम टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी पर पिंक कलर की झलक देखने को मिली। टीम की जर्सी पर नंबर और नाम के साथ ही अन्य सारी चीजें नीले कलर से होती थीं, लेकिन तीसरे दिन यह पिंक कलर से देखने को मिला। पूरा मैदान भी पिंक कलर से ही ढका हुआ दिखाई दे रहा है। इसके पीछे एक बहुत बड़ा कारण है। ऑस्ट्रेलिया की टीम भी इसी कारण से अपनी जर्सी पर पिंक कलर का इस्तेमाल करती हुई दिखी है।
पिंक कलर के इतने अधिक प्रदर्शन के पीछे का कारण ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा हैं। ऑस्ट्रेलिया में नए साल पर सिडनी में खेला जाने वाला टेस्ट पिंक टेस्ट के नाम से जाना जाता है। इस टेस्ट से होने वाली कमाई को मैक्ग्रा के फाउंडेशन को दिया जाता है जो ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ितों के इलाज में सहायता करती है। दरअसल मैक्ग्रा की पत्नी जेन का निधन ब्रेस्ट कैंसर से ही हुआ था। उन्हीं की याद में मैक्ग्रा ने अपना फाउंडेशन शुरू किया था।
हालांकि, इस बार पिंक टेस्ट शुरू होने से पहले ही मैक्ग्रा ने अपनी सहायता केवल ब्रेस्ट कैंसर पीड़ितों तक सीमित नहीं रहने का ऐलान किया था। अब उनका फाउंडेशन किसी भी तरह के कैंसर से पीड़ित की मदद करने के लिए आगे आएगा। तीसरे दिन का खेल शुरू होने से पहले भारतीय टीम पिंक कलर के कार्पेट पर मैदान में आई और मैक्ग्रा से मुलाकात किया। मैक्ग्रा ने भारतीय खिलाड़ियों को पिंक कलर की टोपी प्रदान की और सबसे हाथ मिलाया।
ऑस्ट्रेलिया को मिला 162 का लक्ष्य
भारतीय टीम ने तीसरे दिन अपने अंतिम चार विकेट काफी सस्ते में ही गंवा दिए और इसी कारण ऑस्ट्रेलिया को मैच जीतने के लिए केवल 162 रनों का लक्ष्य ही दे पाए हैं। कप्तान जसप्रीत बुमराह के बाहर होने के कारण भारत को एक बड़ा झटका भी लग चुका है। बुमराह बल्लेबाजी के लिए तो मैदान में आए थे, लेकिन वह गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं। यदि बुमराह मैदान में होते तो यह लक्ष्य भी ऑस्ट्रेलिया के लिए कठिन बन सकता था।