Super over Rules: श्रीलंका और टीम इंडिया (SL vs India) के बीच कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मैच खेला गया, जो कि टाई हो गया। मुकाबले में मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 230/8 का स्कोर खड़ा किया था। जवाबी पारी में टीम इंडिया 47.5 ओवरों में 230 रन पर ऑलआउट हो गई। इस तरह दोनों टीमों का स्कोर लेवल रहा और मैच टाई हो गया। ज्यादातर फैंस के मन में सवाल उठ रहा होगा कि स्कोर लेवल होने के बाद, दोनों टीमों के बीच सुपर ओवर क्यों नहीं करवाया गया। इसके पीछे की अहम वजह नीचे आर्टिकल में विस्तार से बताई गई है।
सुपर ओवर क्या होता है?
क्रिकेट मुकाबले में जब दो टीमों के बीच खेला गया मैच स्कोर लेवल होने की वजह से टाई हो जाता है, तो मैच का नतीजा सुपर ओवर के जरिए निकलता है। हालांकि, इस नियम का इस्तेमाल सिर्फ वनडे और टी20 फॉर्मेट में होता है। इस नियम के तहत दोनों टीमों को खेलने के लिए 6-6 गेंदें मिलती हैं और हर टीम से सिर्फ 3-3 बल्लेबाजों को बैटिंग करने का मौका मिलता है। दोनों टीमों के अपने इन तीनों बल्लेबाजों के नाम पहले से बताने होते हैं। सुपर ओवर तब तक होता रहता है, जब कोई टीम अपनी विरोधी टीम से ज्यादा रन नहीं बना लेती।
भारत और श्रीलंका के बीच टाई हुए मैच में सुपर ओवर क्यों नहीं हुआ?
दरअसल, आईसीसी के नियम के मुताबिक हर टाई हुए टी20 मैचों का नतीजा सुपर ओवर के जरिए निकालना अनिवार्य है। लेकिन वनडे फॉर्मेट में इस नियम का इस्तेमाल सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट्स में किया जाता है। वनडे फॉर्मेट में अब तक सिर्फ तीन बार सुपर ओवर देखने को मिला है। यही वजह है कि भारत और श्रीलंका के बीच टाई हुए इस वनडे मैच में सुपर ओवर फैंस को देखने को नहीं मिला।
गौरतलब हो कि श्रीलंका और भारत के बीच खेली गई 3 मैचों की टी20 सीरीज का आखिरी मैच भी टाई हो गया था और तब दोनों टीमों के बीच सुपर ओवर खेला गया था। सुपर ओवर में टीम इंडिया ने मैच को जीतकर श्रीलंका के सीरीज में 3-0 से वाइट वॉश किया था।