आईसीसी आजकल धीमी गति से गेंदबाजी करने के सख्त खिलाफ हो गया है। इसके लिए आईसीसी टीमों पर जुर्माना भी लगाती है। हाल ही में खत्म हुई एशेज सीरीज में भी हमने देखा कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया (ENG vs AUS) दोनों को धीमी गति से गेंदबाजी करने का नुकसान झेलना पड़ा। वहीं, वेस्टइंडीज और भारत (WI vs IND) के बीच हुए पहले टी-20 मैच में भी दोनों टीमों ने धीमी गति से गेंदबाजी की, जिसकी वजह से उन्हें मैच के दौरान अतिरिक्त फील्डर को 30 गज के दायरे में रखना पड़ा और जुर्माना भी झेलना पड़ा।
भारत और वेस्टइंडीज पर लगा जुर्माना
भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम को मैच के दौरान एक ओवर पीछे रहने की वजह से मैच फीस का 5% जुर्माना लगाया गया है। वहीं, वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम को पहले टी-20 मैच के दौरान 2 ओवर पीछे रहने की वजह से मैच फीस का 10% जुर्माना लगाया गया है।
आईसीसी एलीट पैनल ऑफ मैच रेफरी के रिची रिचर्डसन ने हार्दिक पंड्या और रोवमैन पॉवेल की टीमों के साथ इस मसले पर विचार करने के बाद उन्हें यह सजा दी है। आईसीसी की रिपोर्ट के मुताबिक पांड्या और पॉवेल ने इस सजा को स्वीकार किया है। लिहाजा, अब इस मामले में औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं है। ऑन-फील्ड अंपायर्स ग्रेगरी ब्रेथवेट और पैटरिक गस्टार्ड, थर्ड अंपायर नाइजेल डुगुइड और चौथे अंपायर लेसलि रीफर ने भी मैच रेफरी की इस सजा को सराहा है।
आपको बता दें कि भारत और वेस्टइंडीज के बीच त्रिनिदाद के ब्रायन लारा स्टेडियम में पांच मैचों की वनडे सीरीज का पहला मैच खेला गया था। इस मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था, और निर्धारित 20 ओवर्स में 6 विकेट खोकर 149 रन बनाए। इस स्कोर का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही, और अंतत: टीम 20 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 145 रन ही बना सकी और 4 रनों से इस मैच को हार गई।